Updated: Fri, 05 Sep 2025 10:33 PM (IST)
पाकबड़ा के उमरी सब्जीपुर गांव में कोटे की दुकान को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई। गाली-गलौज के बाद लाठी-डंडे चले और पथराव हुआ जिससे गांव में भगदड़ मच गई। पुलिस के पहुंचने पर हमलावर भाग गए। इस घटना में चार लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने गांव में डेरा डाल दिया है।
संवाद सूत्र, पाकबड़ा । पाकबड़ा क्षेत्र के उमरी सब्जीपुर गांव में कोटे की दुकान को लेकर पुरानी रंजिश में गाली-गलौज के बाद दोनों पक्ष भिड़ गए। लाठी-डंडो से मारपीट के बाद एक-दूसरे पर पथराव कर दिया। इससे गांव में भगदड़ मच गई। दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिर गए। लोग घरों में घुस गए। बवाल की सूचना पर गांव में पुलिस पहुंची तो पथराव करने वाले भाग निकले। इसमें चार लोग घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। वहीं पथराव का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने से हलचल मच गई। पुलिस ने गांव में डेरा डाल दिया है।
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48 लोगों के विरुद्ध दर्ज थी प्राथमिकी
देर रात तक पथराव करने वाले आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी। नौ जुलाई को नईम और हसनैन पक्ष के बीच पथराव हुआ था। इसमें पुलिस ने 48 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। अब गांव में कोटे की दुकान को लेकर खलील और आरिफ पक्ष के बीच पथराव हुआ है। जानकारी के अनुसार, उमरी सब्जीपुर गांव में डीलर खलील और आरिफ के बीच पिछले दो साल से कोटे की दुकान को लेकर रंजिश है। आरिफ ने दो साल पहले खलील की कोटे की दुकान खत्म करा दी थी। शुक्रवार सुबह दोनों पक्षों के कहासुनी हुई थी।
दोपहर को नोकझोंक हुई। उस समय लोगों ने बीच बचाव कराया था। शाम में दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। दोनों के बीच गाली गलौज शुरू हुई। इस बीच दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर लाठी डंडे बरसाने शुरू कर दिए। बाद में दोनों पक्ष घरों की छत पर पहुंचे और एक-दूसरे पर पथराव कर दिया। इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोग घरों में कैद हो गए। चीख पुकार मचती रही। पथराव की सूचना पर इंस्पेक्टर योगेश कुमार फोर्स के साथ पहुंचे।
दोनों पक्षों में 10 मिनट तक पथराव चलता रहा
पुलिस के पहुंचने पर भी दोनों पक्षों में 10 मिनट तक पथराव चलता रहा। पुलिस के मोर्चा संभालते ही पथराव रुक गया। दोनों पक्ष के लोग छतें कूदकर भाग निकले। इसमें भूरा, सिब्ते, संजीदा, नदीम घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल भेजा। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने गांव में डेरा डाल दिया।
पहले कड़ी कार्रवाई होती तो अब न होता पथराव पाकबड़ा का उमरी सब्जीपुर गांव चुनावी रंजिश का अखाड़ा बना हुआ है। नौ जुलाई को नईम और हसनैन पक्ष के बीच भी पथराव हुआ था। जिसमें पुलिस ने 48 को नामजद और अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी पर ध्यान नहीं दिया। जिसका नतीजा शुक्रवार को फिर लाठी-डंडे चलने के बाद पथराव के रूप में देखने को मिला।
दो पक्षों में मारपीट-पथराव हुआ है। पुलिस के पहुंचने पर सभी भाग चुके थे। दोनों पक्ष के लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। - योगेश कुमार, इंस्पेक्टर पाकबड़ा
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