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    D Pharma in UP: यूनिवर्सिटी जाकर फट गई आंखें, पता चला- बरेली के युवक ने बांट दी डीफार्मा की फर्जी डिग्री

    By Mohsin Pasha Edited By: Aysha Sheikh
    Updated: Mon, 22 Jan 2024 02:57 PM (IST)

    D Pharma डी फार्मा करने के लिए सोचने वाले लोग सावधान हो जाएं। केवल विवि में ही दाखिला लें। किसी बिचोलिये के झांसे में ना आएं। बरेली के युवक ने लोगों के साथ लाखों रुपये का फ्रॉड किया है। उसने पैसे लेकर फर्जी डिग्री बांट दी। यूनिवर्सिटी में जाकर चेक कराया तो पता चला कि सभी प्रमाण पत्र फर्जी हैं।

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    D Pharma in UP: यूनिवर्सिटी जाकर फट गई आंखें, बरेली के युवक ने बांट दी डीफार्मा की फर्जी डिग्री

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। डीफार्मा का कोर्स कराने का झांसा देकर बरेली के युवक ने क्लीनिक संचालक से 11 लोगों का दाखिला कराने के नाम पर छह लाख रुपये ले लिए। बिना परीक्षा कराए आरोपित ने कूटरचित दस्तावेज तैयार करके सर्टिफिकेट भी बांट दिए, जो यूनिवर्सिटी से जांच कराने पर फर्जी निकले।

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    इसके बाद प्रमाण पत्र लेने वालों को ठगी का अहसास हुआ। रुपये वापस मांगने पर आरोपित ने धमकी दे दी। एसएसपी के आदेश पर मझोला पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करा दी है। मझोला थाना क्षेत्र के नया गांव आंबेडकरनगर लाकड़ी फाजलपुर निवासी अजय कुमार की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज हुई है।

    अजय का आरोप है कि बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के रामनगर कालोनी रोड नंबर एक निवासी जितेंद्र पाल सिंह गागन पर साईं हेल्थ केयर के नाम से क्लीनिक चलाता है। सितंबर 2022 में उन्होंने एसकेएस ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट का एक विज्ञापन देखा, जिसमें गरीब छात्र-छात्राओं को डीफार्मा कोर्स कराने की बात कही।

    विज्ञापन में दिए मोबाइल नंबर पर किया कॉल

    अजय के अनुसार उन्होंने अखबार में छपे विज्ञापन में दिए गए मोबाइल नंबर पर काल किया तो सामने वाले ने डीफार्मा का कोर्स करने के लिए छह लाख रुपये में न्यूनतम पेपर पर 11 छात्र-छात्राओं का दाखिला करा दिया। आरोपित को चार लाख 50 हजार रुपये गूगल पे दिए गए।

    इसके बाद जितेंद्र पाल सिंह ने गागन में आकर डेढ़ लाख रुपये नकद दिए गए। उसने 11 लोगों के दाखिला से संबंधित प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराए। इसके बाद बिना परीक्षा कराए उसने प्रमाणपत्र भी दे दिए। जिसे यूनिवर्सिटी में जाकर चेक कराया तो पता चला कि सभी प्रमाण पत्र फर्जी हैं।

    अजय कुमार का आरोप है कि जितेन्द्र पाल सिंह ने धोखाधड़ी करके कूटरचित दस्तावेज देकर डीफार्मा कोर्स कराने के नाम पर उनसे छह लाख रुपये ठग लिए। आरोपित पीड़ित को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है।

    अजय कुमार ने इस मामले की एसएसपी से शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई। मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश हो गए। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि मझोला पुलिस ने आरोपित जितेंद्र पाल सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके विवेचना की जा रही है।