Azam Khan Case History: भैंस-बकरी चोर से लेकर भू-माफिया तक बने, तीन साल में मुकदमों का लगा चुके हैं शतक
Azam Khan Case History उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में मुख्यमंत्री तक के फैसलों को पलट देने की हैसियत रखने वाले आजम खां पर योगी सरकार की टेढ़ी नजर का कहर वर्ष 2019 से बरपा था। उन पर भैंस-बकरी चोरी के आरोप तो लगे ही। भू-माफिया भी घोषित हुए।

रामपुर, जेएनएन। Azam Khan Case History : उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में मुख्यमंत्री तक के फैसलों को पलट देने की हैसियत रखने वाले आजम खां पर योगी सरकार की टेढ़ी नजर का कहर वर्ष 2019 से बरपा था। लोकसभा चुनाव से पहले, उसके दौरान और बाद तक उनके खिलाफ अलग-अलग मुकदमे दर्ज होते रहे और उन्होंने मुकदमों का शतक तक लगा लिया। उन पर भैंस-बकरी चोरी, मारपीट-लूटपाट के आरोप तो लगे ही। इसके साथ ही उन्हें भू-माफिया तक घोषित कर दिया गया। कुल 107 मामलों में आजम खां को नामजद किया गया। इसमें कुछ मामलों में उनकी पत्नी तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम को भी नामजद किया गया।
लोकसभा चुनाव 2019 में आजम खां पहली बार सांसदी का चुनाव लड़े थे। वह जीत भी गए। जीत के साथ ही उन पर सौ से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो गए। उन पर पाजेब, बकरी, भैंस लूटने से लेकर सरकारी जमीन कब्जाने, नदी की जमीन पर कब्जा करने, शत्रु संपत्ति कब्जाने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, आचार संहिता उल्लंघन, अमर्यादित टिप्पणी करने सरीखी धाराओं में केस दर्ज हुए। षणयंत्र रचकर डकैती, छेड़छाड़, धमकाने, मारपीट, गाली गलौज, तोड़फोड़, बलवा करने के भी मुकदमे हुए। जौहर विवि के लिए कूट रचित दस्तावेज तैयार कर शत्रु संपत्ति से लेकर नदी की जमीन तक पर कब्जा करने के आरोप में पूर्व जिला प्रशासन द्वारा शासन के एंटी भू-माफिया पोर्टल पर आजम खां का नाम दर्ज कर उन्हें भू-माफिया घोषित कर दिया गया।
बीते तीन साल में आजम खां को कुल 107 मामलों में नामजद किया गया। इनमें से 89 मुकदमों में पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल किए। नौ मुकदमे शासन ने खुद ही वापस ले लिए और एक में नामजगी झूठी पाई गई। सात केस में पुलिस अंतिम रिपोर्ट लगा चुकी है। करीब सवा दो साल से आजम खां सीतापुर जेल में बंद है। उनके साथ उनकी पत्नी तजीन फात्मा और बेटा अब्दुल्ला आजम भी जेल में थे। लेकिन तजीन फात्मा को एक साथ बाद और करीब डेढ़ साल बाद अब्दुल्ला को जेल से रिहाई मिल गई। सपा नेता आजम को 88 मामलों में जमानत मिल चुकी है। जबकि गुरुवार को एक अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।