Moradabad News: आरएसएस के सह नगर कार्यवाह की हत्या में पुलिस ने अधिवक्ता को किया गिरफ्तार
RSS worker murder case कांशीरामनगर में बुद्धा पार्क के पास उनके फुफेरे भाई प्रदीप नरेश और सम्भल के असमोली निवासी आरोपितों के बहनोई रामवीर सिंह ने दो बाइकों से पीछा करके राकेश कुमार के कंधे पर जहरीला इंजेक्शन लगा दिया था।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। RSS worker murder case: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह नगर कार्यवाह राकेश कुमार सिंह की हत्या के मामले में रविवार को अधिवक्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इससे पहले इस हत्याकांड में तीन आरोपित जेल भेजा जा चुके हैं। पुलिस के अनुसार आरोपितों ने जहर का इंजेक्शन लगाकर सह नगर कार्यवाह की हत्या की थी।
मझोला थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि कांशीराम नगर निवासी राकेश कुमार सिंह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह नगर कार्यवाह की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। बीते 14 अक्टूबर 2021 की रात सवा दस बजे वह अपने मौसेरे भाई अरविंद के साथ स्कूटी से घर लौट रहे थे। तभी कांशीरामनगर में बुद्धा पार्क के पास उनके फुफेरे भाई प्रदीप, नरेश और सम्भल के असमोली निवासी आरोपितों के बहनोई रामवीर सिंह ने दो बाइकों से पीछा करके राकेश कुमार के कंधे पर जहरीला इंजेक्शन लगा दिया था।
गंभीर हालत में स्वजन ने दिल्ली रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान ही उनकी मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने नामजद आरोपित नरेश कुमार व उसके सगे भांजे अभिषेक निवासी उमरी सब्जीपुर थाना पाकबड़ा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मझोला पुलिस ने जांच के बाद सम्भल जनपद के असमोली थाना क्षेत्र के गांव सेंधरी निवासी अधिवक्ता रामवीर को गिरफ्तार कर लिया।
प्लाट बना था हत्या का कारण
पुलिस के अनुसार नरेश ने अपने ममेरे भाई राकेश कुमार के साथ मिलकर एक प्लाट खरीदा था। प्लाट का बैनामा नरेश के नाम था। राकेश उससे अपने 18 लाख रुपये वापस मांग रहे थे। नरेश ने अपने भाई प्रदीप के साथ मिलकर राकेश की हत्या की साजिश रची थी। प्रदीप को भी जेल भेजा जा चुका है। घटना में शामिल नरेश व प्रदीप के बहनोई सम्भल के असमोली थाना क्षेत्र के गांव सेंधरी निवासी अधिवक्ता रामवीर सिंह फरार चल रहा था।
कचहरी में भारी पुलिस बल किया गया तैनात
अधिवक्ता की गिरफ्तार और जेल भेजने को लेकर पुलिस सतर्क हो गई थी। पुलिस को आशंका थी कि इस मामले में अधिवक्ता प्रदर्शन कर सकते हैं। रविवार देर शाम कोर्ट में पेश करने को लेकर कचहरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। मझोला, सिविल लाइंस, कोतवाली पुलिस को कचहरी परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।