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    सुख में फूलो नहीं, दुख में भूलो नहीं

    By Edited By: Updated: Thu, 17 Nov 2011 02:14 PM (IST)

    बिलारी (मुरादाबाद)। मां काली कहती हैं कि मन में समभाव रखो अर्थात सुख में फूलो नहीं और दुख में भूलो नहीं। पवित्र और निश्छल भाव से मां का स्मरण करोगे तो सभी मनोरथ सिद्ध होंगे।

    काली मंदिर सहसपुर स्थित श्रीराम आश्रम पर नवरात्र में चल रही श्री देवी भागवत में अमृत वर्षा करते हुए कन्नौज से आए विद्वान पं. विजय दुबे ने कहा कि नवरात्र के व्रत में लौंग का सेवन करने से निर्बल नहीं होंगे जो नौ दिन तक लौंग का सेवन कर मां की पूजा अर्चना करते हैं उनके मनवांछित कार्य नौ महीने में अवश्य पूरे हो जाते हैं।

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    स्वामी शिवानंद सरस्वती ने स्कंदमाता का प्राद्रर्भाव बताया कि इनकी कृपा से पुत्र की प्राप्ति होती है। राजा दशरथ जब नि:संतान थे तो उन्होंने श्रृंगी ऋषि को बुलाकर इन्हीं स्कंदमाता का पुत्रयेष्टि यज्ञ कराया था। स्वामी बोले कि इनकी कृपा से सात जन्मों की बंधया स्त्री को भी संतान प्राप्त होती है। स्वामी दिव्यानंद सरस्वती, पं. अरविंद शर्मा पैगा ने भी मार्गदर्शन किया। सवेरे स्कंदमाता का विशेष पूजन मोहित गुप्ता ने सपत्‍‌नी किया।

    शिवकुमार गुप्ता, गौरव गुप्ता, अवधेश ठाकुर, विकास कुमार, ग्राम प्रधान कल्याण सिंह भी शामिल रहे। सविता, चंचल, गरिमा ने माता के मंदिर की सेवा की। काली मंदिर पर प्रतिदिन भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।

    गमादेवत देवी मंदिर सहसपुर पर प्रकाश की विशेष व्यवस्था की गयी है। नगर अन्य मंदिरों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ है।

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