सर्दी में त्वचा रोग का सबसे अधिक अटैक
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : मौसम में बदलाव के साथ ही वायरस त्वचा पर हमला करना भी शुरू कर देते हैं।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : मौसम में बदलाव के साथ ही वायरस त्वचा पर हमला करना भी शुरू कर देते हैं। इसके साथ ही एलर्जी की कई तरह की गंभीर बीमारियां परेशान करने लगती हैं। त्वचा के कुछ रोग जैसे दाद, खुजली अधिक पसीना आने की जगह पर होते हैं। इन रोगियों के पास बैठने में भी लोगों को घबराहट होती है, लेकिन इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। शरीर के अंगों की सफाई की सबसे अधिक जरूरत है। आपके द्वारा इस्तेमाल की गई चीजें अगर दूसरे लोग इस्तेमाल करते हैं, तो उन्हें भी यह रोग हो सकता है। त्वचा रोग खून की अशुद्धि से भी होता है। एक्जिमा, दाद, खुजली हो जाए तो उसका उपचार कराएं। यह रोग बारिश और सर्द मौसम में सबसे ज्यादा होता है।
देखभाल से खत्म होगा स्कैबीज
कुटकी से होने वाली खुजली, त्वचा का स्कैबीज के अंडों और मल से होने वाले एलर्जिक प्रतिक्रिया की वजह से कारण दाने या मुहांसे होते हैं। स्कैबीज का इलाज किया जा सकता है। बिस्तर, कपड़े और आदान-प्रदान की जाने वाली दूसरी वस्तुओं को बहुत गर्म या उबलते पानी में धोएं। 60 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक गर्म पानी में कपड़ों को धोने के बाद ही स्कैबीज से निजात मिल पाएगी। जैसे कि गद्दे या कुशन, उन्हें ड्राइक्लीन करें या कम से कम 72 घटों तक प्लास्टिक बैग में सील कर दें। आम तौर पर मानव चमड़ी के संपर्क के बिना स्कैबीज दो या तीन दिनों से अधिक जीवित नहीं रह सकते हैं। इनका पता करने के लिए अपने डाक्टर के पास या नजदीकी अस्पताल या क्लीनिक में जाएं। वे त्वचा पर स्कैबीज के विशिष्ट लक्षण की तलाश करेंगे। वे मुहासे या ददोरों को खुरच कर उसके टुकड़े को सूक्ष्मदर्शी की सहायता से देखेंगे की कहीं वहां जुएं, अंडे या स्कैबीज चीलर तो नहीं है।
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घरेलू भी कर सकते हैं इलाज
- फिटकरी के पानी से प्रभावित स्थान को धोकर साफ करें। उसपर कपूर सरसों का तेल लगाते रहें। -आंवले की गुली जलाकर राख कर लें, उसमें एक चुटकी फिटकरी, नारियल का तेल मिलाकर इसका पेस्ट उस स्थान पर लगाते रहें। खट्टी चीजों का सेवन, मिर्च, मसालों से दूर रहें। गाजर कर रस खूब पीएं।
- सर्दियों में अधिकतर लोगों की त्वचा शुष्क हो जाती है। सर्दियों में गाजर का रस पीने से विटामिन-ए की कमी दूर हो जाएगी।
- चुकंदर के पत्तों का रस, नींबू का रस मिलाकर दाद पर लगाने से आराम मिलेगा।
- चर्म रोग कैसा भी हो उस स्थान को नींबू के पानी से धोते रहने से रोग से मुक्ति मिलेगी। रोज सुबह नींबू पानी पीने से त्वचा रोग से निजात मिलेगी।
- नींबू में फिटकरी भरकर पीड़ित स्थान पर रगड़ने से खुजली और दाद से राहत मिलेगी।
- चंदन का बूरा, नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पेस्ट बनाएं इसे दाद-खाज-खुजली पर लगाने से आराम मिलेगा।
-दाद होने पर नीला थोथा, फिटकरी दोनों को आग में भुनकर पीस लें फिर नींबू निचोड़कर लेप बनाएं और दाद पर लगाएं पुराना दाद भी ठीक हो जाएगा।
- दाद पर जायफल, गंधक, सुहागा को नींबू के रस में रगड़कर लगाने से लाभ होगा।
- दाद व खाज के रोगी, उबले नींबू का रस, शहद, अजवाइन के साथ रोज सुबह शाम पीएं। दाद खाज में आराम होगा।
- चर्म रोग कोई भी हो, शहद, सिरका मिलाकर चर्म रोग पर मलहम की तरह लगाएं। कुष्ठ रोग में भी शहद खाएं, शहद लगाएं।
सर्दी के मौसम में सोरायसिस, स्कैबीज और टेनिंग की समस्या सबसे अधिक होती है। घरेलू इलाज के साथ शरीर की सफाई का खास ख्याल रखें। बिस्तर और कपड़ों का आदान-प्रदान कतई न करें। त्वचा रोग विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं।
डॉ. जेएल ममगाई, त्वचा रोग विशेषज्ञ
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