Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Amroha News: बिजली न मिलने से सूख गई गन्‍ने की 12 बीघा फसल तो आक्रोशित किसान ने लगा दी आग

    By Vivek BajpaiEdited By:
    Updated: Sat, 30 Apr 2022 01:36 PM (IST)

    बिजली को लेकर किसानों का गुस्सा फूटने लगा है। एक महीने से बिजली न मिलने की वजह से गन्ने की फसल की सिचाई नहीं हो पाई। खेत में खड़ी फसल सूखने पर आक्रोशित किसान ने करीब 12 बीघा की फसल में आग लगाकर फूंक दिया।

    Hero Image
    खेत में खड़ी फसल सूखने पर आक्रोशित किसान ने करीब 12 बीघा की फसल में आग लगा दी।

    अमरोहा, जेेेेेेएनएन। बिजली को लेकर किसानों का गुस्सा फूटने लगा है। एक महीने से बिजली न मिलने की वजह से गन्ने की फसल की सिंचाई नहीं हो पाई। खेत में खड़ी फसल सूखने पर आक्रोशित किसान ने करीब 12 बीघा की फसल में आग लगा दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मामला हसनपुर तहसील के सिहाली जागीर बिजलीघर के मनौटा फीडर के दीपपुर गांव का है। किसान नितिन चौहान ने दो अन्य किसानों के साझे में नलकूप लगा रखा है। नितिन के खेत में 12 बीघा गन्ने की पेड़ी खड़ी हुई थी। जिसकी सिचाई करने के लिए वह किराए की पाइप लाइन लेकर आए थे। किसान का कहना है कि एक माह से इतनी बिजली नहीं मिल पाई कि वह अपनी फसल की सिंचाई कर देते। प्रतिदिन एक दो घंटा बिजली मिलती है। नलकूप चलाने के बाद खेत में पानी पहुंचने से पहले ही बिजली भाग जाती है। फसल सूखने से परेशान किसान का गुरुवार शाम सूखी हुई फसल देखकर पारा चढ़ गया। जेब से माचिस निकाल कर ईख में आग लगा दी। फसल सूखी खड़ी होने की वजह से कुछ देर में ही जलकर राख हो गई। हालांकि अन्य किसानों ने खेत पर पहुंचकर आग बुझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन गर्मी की आग ने चंद मिनटों में पूरी फसल को राख कर दिया।

    एसडीएम हसनपुर सुधीर कुमार ने कहा कि  किसान के द्वारा गन्ने की फसल सूखने पर आग लगाने की जानकारी मिली है। हल्का लेखपाल को जांच करने के लिए गांव भेजा गया है। कितनी बिजली मिल रही है इसकी भी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई कराई जाएगी।


    त्रिवेणी शुगर मिल का पेराई सत्र समाप्‍त : 95.02 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कर गुरुवार रात त्रिवेणी शुगर मिल चंदनपुर के पेराई सत्र का समापन हो गया है। चीनी मिल द्वारा गत वर्ष 99.25 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई थी। मिल के उपाध्यक्ष शुगर आमोद कुमार शर्मा ने बताया कि पेराई का लक्ष्य 100 लाख कुंतल का था। उन्होंने बताया कि गन्ना भुगतान समय से कराना प्राथमिकता है। वर्ष 2021-022 में भी कृषकों के द्वारा आपूर्ति के गन्ने का 17 अप्रैल तक का कुल 314.23 करोड़ गन्ने का भुगतान उनके बैंक खातों में भेज दिया गया है। शेष गन्ना भुगतान शीघ्र ही कृषकों के खाते में भेज दिया जाएगा। उन्होंने कृषकों का सहयोग के लिए धन्यवाद तथा आभार व्यक्त करते हुए बसंत कालीन बुवाई उन्नतशील गन्ना प्रजातियों जैसे कोजा 88, कोजा 0118, कोजा 98014, 15023 गन्ने की अधिक से अधिक बुवाई करे। फसल को कीट व्याधियों से बचाने के लिए कीटनाशक दवाइयों का प्रयोग करें, ताकि गन्ने की पैदावार भरपूर हो।