मीरजापुर में फांसी के फंदे पर लटककर जान देने जा रहे युवक को पुलिस और ग्रामीणों की सजगता से बचाया गया
मीरजापुर जिले में एक युवक डांट के बाद गमछे से फंदा बनाकर लटककर जान देने की कोशिश कर रहा था। इस दौरान जानकारी होने के बाद पुलिस और ग्रामीणों की सक्रियता की वजह से उसे बचाने में सफलता मिली है।

मीरजापुर, जागरण संवाददाता। जिले में एक युवक ने कमरे में गमछे से फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया तो परिजनों की सक्रियता और पुलिस के प्रयास से उसे बचाने में सफलता मिली है। पुलिस के अनुसार स्वजनों की डांट फटकार के बाद युवक ने ऐसा कदम उठाने का प्रयास किया था।
मीरजापुर में जमालपुर क्षेत्र के ओड़ी चट्टी स्थित अपने मकान में गुरुवार को गमछा के सहारे लोहे की राड में फांसी के फंदे पर झूले युवक की जान को पुलिस व ग्रामीणों की तत्परता से बचा लिया गया। युवक की जान बचने पर स्वजनों ने राहत की सांस ली है।
भदावल गांव निवासी 35 वर्षीय शैलेंद्र उर्फ काजू पटेल घर से नाराज होकर गुरूवार की रात ओड़ी चट्टी स्थित अपने मकान के दूसरे तलपर करकट के कमरे में लोहे की राड पर नीचे ईट बिछाकर गमछा के सहारे फांसी का फंदा लगाकर झूल गया। स्वजनो की शोरगुल पर नीचे मौजूद ग्रामीणों ने पीकेट पर तैनात सिपाहियों की सहायता से दरवाजा तोड़कर युवक को फंदे से नीचे उतार लिया।
पिकेट पर तैनात सिपाहियों की सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष मनोज कुमार, उपनिरीक्षक रामज्ञान यादव युवक को सीएचसी ले गए। वहां इलाज के बाद युयुवक को घर भेज दिया गया। पुलिस ने युवक को उसके स्वजनों के सुपुर्द कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि युवक के पिता भी करीब दस वर्ष पूर्व उसी कमरे फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे चुके है। थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि युवक को समझा दिया गया है।
उसके स्वजनों को भी डाट फटकार नहीं लगाने को कहा गया है। उसे समझाकर रखने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही कहा गया कि युवक को अकेले कमरे में नहीं छोड़े। उसके साथ किसी को सुलाए जिससे वह इस तरह का कदम दोबारा नहीं उठा सके। युवक द्वारा आत्महत्या का प्रयास किए जाने से घर के लोग सदमें में है। बताया कि उसे किसी काम के लिए कहा गया था। जिसको नजर अंदाज करने पर उसे डाटफटकार लगाई गई थी।
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