51 हजारी कुश्ती चीनी व लक्कड़ पहलवान के बीच रोमांचक मुकाबला बराबरी पर छूटा
मीरजापुर के चुनार में भरत मिलाप के अवसर पर कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया जिसमें देश-प्रदेश के पहलवानों ने भाग लिया। मुख्य आकर्षण 51 हजारी कुश्ती रही जो चीनी पहलवान और लक्कड़ पहलवान के बीच बराबरी पर छूटी। महिला पहलवानों ने भी अपने प्रदर्शन से दर्शकों को प्रभावित किया।

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर)। भरत मिलाप के अवसर पर सोमवार को भरपुर स्थित किला के नीचे आयोजित ऐतिहासिक भरत मिलाप कुश्ती दंगल में देश-प्रदेश के नामी पहलवानों ने अपने दांव-पेच और ताकत का शानदार प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
दोपहर से शुरू हुआ यह मुकाबला देर शाम तक चलता रहा। छोटी-बड़ी करीब तीन दर्जन कुश्तियों के दौरान हर दांव पर दर्शक तालियों की गड़गड़ाहट से अखाड़े को गुंजायमान करते रहे। मंच से कमेंटेटरों की जोशीली आवाज और नगाड़े की ताल ने पूरे वातावरण को जीवंत बना दिया।
सबसे बड़ी और आकर्षण का केंद्र रही 51 हजारी कुश्ती हाजीपुर के चीनी पहलवान और राजातालाब मूंगवार के लक्कड़ पहलवान के बीच हुई। दोनों पहलवानों ने शुरुआत से ही दमखम का ऐसा प्रदर्शन किया कि दर्शक सांस थामे मुकाबला देखते रहे। करीब दस मिनट तक चले इस रोमांचक संघर्ष में कोई भी पहलवान एक-दूसरे को पछाड़ नहीं सका और मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ। दोनों को दर्शकों ने खड़े होकर तालियों से सम्मानित किया।
महिला वर्ग की कुश्तियों में भी कम रोमांच नहीं था। बनारस की नेहा ने भदोही की कोमल को चित्त कर सबका ध्यान आकर्षित किया। चंदौली की खुशबू ने कछवा की प्रिया को हराकर अपनी श्रेष्ठता साबित की, जबकि बीएलडब्ल्यू की लक्ष्मी और भदोही की अर्चना की कुश्ती बराबरी पर छूटी। महिला पहलवानों के प्रदर्शन को देखने के लिए विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की भीड़ रही।
पुरुष वर्ग की अन्य कुश्तियों में बीएलडब्ल्यू के बृजेश ने कछवा के अभिषेक को हराकर चार हजार रुपये की इनामी कुश्ती जीती। वहीं कछवा के मनीष और रुदौली के सूरज, वाराणसी के अजीत और गाजीपुर के परमिंदर, कछवा के सुनील और चुनार के बुल्लू, मूंगवार के शिवदयाल और बीएलडब्ल्यू के मोहित के बीच हुए मुकाबले बराबरी पर समाप्त हुए। हर मुकाबले में पहलवानों की ताकत, तकनीक और धैर्य का अद्भुत संगम देखने को मिला।
कार्यक्रम में भाजपा जिला उपाध्यक्ष रवींद्र नारायण सिंह, कोतवाल विजय शंकर सिंह, भाजपा नगर अध्यक्ष मंगरू साहनी, जालंधर यादव, कल्लू पहलवान, रामनरेश यादव, लक्ष्मण प्रजापति, अंतरराष्ट्रीय पहलवान रवींद्र उर्फ भैरो यादव, उमेश यादव, राजेश यादव, शीतला प्रसाद यादव सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे। सभी ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के दंगल ग्रामीण खेल परंपरा को जीवित रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
आयोजन समिति के अध्यक्ष मनीष राय, महामंत्री गौतम जायसवाल, कोषाध्यक्ष गुफरान अजमल, संयोजक संतोष सोनकर, आसिफ और सुहैल अंसारी आदि दिनभर व्यवस्था में जुटे रहे। उन्होंने बताया कि भरत मिलाप के अवसर पर यह कुश्ती दंगल वर्षों पुरानी परंपरा है, जिसे अब राष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
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