सागरिका से दोगुनी हो रही किसानों आमदनी
जैविक खाद सागरिका से खेतों में दिन प्रतिदिन उत्पादन बढ़ रहा ह

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जैविक खाद सागरिका से खेतों में दिन प्रतिदिन उत्पादन बढ़ रहा है और किसानों की आमदनी भी दोगुनी हो रही है। जिले के सीखड़ में कटहल व मिर्च की पैदावार में इजाफा हुआ है।
जनपद में सागरिका जैविक खाद से खेती करने से किसानों की आमदनी बढ़ने से तकदीर बदल रही है। विकास खंड सीखड़ में किसानों द्वारा कटहल और मिर्च की खेती में सागरिका जैविक खाद का प्रयोग करने से अच्छा उत्पादन हो रहा है। विकास खंड सीखड़ मिर्च की खेती करने वाले किसान हैप्पी दुबे ने जैविक खाद की सराहना करते हुए कहा कि सागरिका से उत्पादन में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। वहीं कटहल की खेती करने वाले रवि कुमार और योगेंद्र कुमार ने भी कहा कि जैविक खाद के प्रयोग से पैदावार मिसाल बनी हुई है। कहा कि इफको के जैविक खाद सागरिका को किसानों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। --------
क्या है सागरिका सागरिका एक समुद्री उत्पाद है, जो फसल की उत्पादकता को बढ़ाता है। सागरिका एक जैविक उत्पाद है, जो पौध वृद्धि प्रोत्साहक है, क्योंकि इसमें पौध विकास हार्मोन्स जैसे आक्सीन्स, सायटोकिनिस, जिबरैलिन्स आदि पाए जाते हैं।
------- तमिलनाडु के तट पर इफको द्वारा एक प्लांट स्थापित किया गया है। प्लांट से किसानों की आवश्यकतानुसार आपूर्ति की जाती है। सागरिका इफको का उत्पाद है। किसान प्रति एकड़ 10 किग्रा जैविक खाद का प्रयोग कर सकते हैं। सागरिका का प्रयोग करने वाले किसानों को अच्छा उत्पादन मिल रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने में सरकार की मंशा को पूरा करने में काफी सहायक है।
- जीपी तिवारी, वरिष्ठ प्रबंधक, इफको, मीरजापुर।
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