मीरजापुर में 'एक दीया बलिदानियों के नाम' कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि
मीरजापुर में दैनिक जागरण द्वारा आयोजित 'एक दीया बलिदानियों के नाम' कार्यक्रम में शहीदों को याद किया गया। जिलाधिकारी ने बलिदानियों के त्याग और समर्पण को नमन किया। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को सराहा गया और देश को सुंदर बनाने का संकल्प लिया गया। नई पीढ़ी को बलिदानियों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया गया।

जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने कहा कि देश के बलिदानियों के त्याग व समर्पण के चलते हम सभी स्वतंत्र हवा में सांस ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। दैनिक जागरण के एक दीया बलिदानियों के नाम कार्यक्रम में गुरुवार को नारघाट स्थित शहीद उद्यान में जलते दीपों के बीच बलिदानियों की यादें ताजा हो गईं। उपस्थित लोगों ने वीर बलिदानियों को याद करते हुए कहा कि आज इन्हीं बलिदानियों के चलते हम होली, दीपावली सहित अन्य त्योहार उत्साहपूर्वक मना रहे हैं। ऐसे आयोजन भावी पीढ़ी को संदेश देने का कार्य करते हैं।
जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने कहा कि देश के बलिदानियों के त्याग व समर्पण के चलते हम सभी स्वतंत्र हवा में सांस ले रहे हैं। आजादी के पहले के भारत की कल्पना करने मात्र से रौंगटे खड़े होे जाते हैं। उस समय की कठिनाइयों के बावजूद तत्कालीन देशकाल व परिस्थितियों में भी लोगों ने देश के लिए त्याग किया, यह बड़ी बात है। ऐसे लोगों को समय-समय पर नमन करना चाहिए।
बलिदानियों के त्याग व बलिदान को सभी सम्मान के साथ देखें, यही हमारी संस्कृति रही है। हमारे समय और हमारे बाद भी यह संस्कृति निरंतर आगे बढ़ती रहनी चाहिए। दैनिक जागरण के इस आयोजन में दीपावली के पहले बलिदानियों के नाम पर दीया जलाने का आज सुअवसर मिला है। ऐसे कार्यक्रम बीच-बीच में सदैव होते रहने चाहिए। ऐसे छोटे-छोटे कार्यक्रमों का भी बहुत महत्व है। इस संस्कृति व कारवां को आगे बढ़ाना है। जिलाधिकारी ने कहा कि बलिदानी त्याग और बलिदान की मूर्ति हैं।
अनादि काल से जिनका नाम इतिहास में है। उसमें से अधिकांश लोग ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपने व्यक्तिगत आवश्यकताओं से ऊपर उठकर इस देश के लिए योगदान दिया है और उनको हम श्रद्धाभाव से देवताओं की तरह पूजते आए हैं। यही हमारी संस्कृति हैं और यही इस परंपरा को अग्रेत्तर ले जा रही है। आज भी लोग फौज में शामिल होकर सियाचीन में बंदूक लेकर खड़े हैं, क्योंकि वह परंपरा आज भी चल रही है। आजादी के बाद की लड़ाई सीमाओं पर दूसरे लोगों साथ चल रही है।
सीमा के अंदर भी वह बिना किसी झिझक के अपना कार्य कर रहे हैं। प्रेरणा व जज्बा पैदा करने के लिए अपने बलिदानियों को बारंबार याद करना होगा। इससे हमारी पीढ़ी हमेशा सुरक्षित रहेगी। इनका महिमा मंडन करने से अच्छे संस्कार भावी पीढ़ी में जाएगा। त्याग और बलिदान की संस्कार व संस्कृति उनके प्रति भाव व्यक्त करने का अवसर है। इसका उपयोग सभी लोगों को उपयोग करना चाहिए।
दैनिक जागरण के बहाने आज शहीद स्तंभ पर दीया जल रहा है। इस तरह के कार्यक्रम में प्रतिभाग करने का अवसर रोज नहीं मिलता है। दैनिक जागरण परिवार साधुवाद का पात्र है। कहा कि व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर समग्र समाज के विकास के लिए कार्य करने और किसी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को अपना नायक बनाना चाहिए। ऐसे लोगों को प्रशंसा नहीं चाहिए होती है, लेकिन समाज उनके योगदान को स्वीकार करता है। ऐसे लोग कभी भी हतोत्साहित नहीं होते हैं।
मझवां विधायक शुचिस्मिता मौर्य ने कहा कि एक दीया बलिदानियों के नाम कार्यक्रम के माध्यम से आज हम सभी अपने बलिदानियों को याद कर रहे हैं। वर्ष 1947 में हम सभी ने आजादी पाई और जिनके कारण से हमको आजादी मिली। उसके बारे में सोचने और बोलने से ही रोम-रोम कांप उठता है कि किन विषम परिस्थितियाें में हमने आजादी पाई है।
स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से ही आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं। पूरी अभिव्यक्ति संग हम जीवन जी रहे हैं। यह अभिव्यक्ति सदैव बनी रहे। भारत सदैव अक्षुण बना रहे। आज वो गुलामी तो नहीं है, लेकिन अन्य प्रकार की गुलामी जीवन और मन मस्तिष्क में है। आज जिन बलिदानियों की वजह से हमें यह सुंदर समाज और राष्ट्र मिला है। सबसे स्वर्ग से सुंदर अपनी भारत मां मिली हैं।
इसको सुंदर बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए। देश के वीर जवान, जो कहीं न कहीं अपना बलिदान देते हैं। ऐसे सभी जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित है। सभी वीरों के विचारों को अपने जीवन में प्रेरणा लेकर हमें आगे बढ़ना चाहिए। अपने देश को अक्षुण रखने के लिए प्रयास करना चाहिए। इस दौरान अपर आयुक्त प्रशासन डा. विश्राम, नगर मजिस्ट्रेट विनीत उपाध्याय आदि मौजूद रहे। संचालन राजेंद्र तिवारी ने किया।
एक दीया बलिदानियों के नाम... से भावी पीढ़ी को मिलेगी जानकारी: सोमेन वर्मा
वहीं पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने कहा कि दैनिक जागरण द्वारा एक दीया बलिदानियों के नाम किया गया आयोजन बहुत ही सराहनीय है। इनकी वजह से ही हम सभी एक साथ खड़े होकर बलिदानियों को दीप जलाकर श्रद्धांजलि और नमन कर रहे हैं। कार्यक्रम के माध्यम से नई पीढ़ी, बच्चे और भावी युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और बलिदानियों के बारे में जान पाएगी। उनकी प्रेरणा से उनके बताए मार्ग पर चल पाएंगी। दैनिक जागरण बहुत बड़ा फोरम है। बलिदानियों की याद में नित एक सीरीज चलाए। इसी सीरीज के माध्यम से महान बलिदानियों के बारे में बच्चे व युवा उनका संक्षिप्त परिचय कर पाएंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।