एक कांटे पर महज 200 क्विटल की खरीद से किसान हलकान
जागरण संवाददाता मीरजापुर जिले के क्रय केंद्रों पर एक कांटे पर केवल 200 क्विटल धान खरी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिले के क्रय केंद्रों पर एक कांटे पर केवल 200 क्विटल धान खरीद की लिमिट से किसानों के माथे पर बल आ गया है, वहीं केंद्रों पर खरीद न होने से सन्नाटा पसरा है। क्रय केंद्र पर एक दिन में महज 200 क्विटल की ही धान खरीद हो रही है। एक किसान से अधिकतम 60 क्विटल धान की खरीद की जा रही है। जिले में 28 फरवरी तक क्रय केंद्रों पर धान की खरीद की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ क्रय केंद्रों पर टोकन जारी नहीं होने से किसान धान की बिक्री को लेकर परेशान हो रहे हैं। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार द्वारा किसानों को कोई भी रिपिट टोकन जारी नहीं करने का निर्देश जारी किया है, इससे दोबारा धान बेचने का इंतजार कर रहे किसानों की समस्या बढ़ा दिया है। कारण 60 क्विटल तक 1940 रुपये की दर से बेचने के बाद शेष धान अब मिलरों को 1500 रुपये की दर से बेचना पड़ेगा।
जिले में 229500 एमटी धान खरीद का लक्ष्य है। स्वीकृत 101 केंद्रों पर 35144 किसानों से 172021.33 एमटी धान खरीद हुई है, जबकि पिछले वर्ष 171050.36 एमटी ही धान खरीद हुई थी। जिला खाद्य विपणन अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि चार फरवरी तक खाद्य विभाग की विपणन शाखा के 39 केंद्रों पर 61211.72 एमटी, उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ (यूपीएसएस) के दो केंद्रों पर 590.46 एमटी, उत्तर प्रदेश राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के तीन केंद्रों पर 5416.08 एमटी, उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) के 32 केंद्रों पर 59766.19 एमटी, नेशनल एग्रीकल्चरल कोआपरेटिव मार्केटिग फेडरेशन आफ इंडिया (नेफेड) के तीन केंद्र पर 3178.45 एमटी, उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव यूनियन (यूपीसीयू) के 20 केंद्रों पर 38011.91 एमटी, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के दो केंद्रों पर 3906.52 एमटी धान की खरीद हुई है। धान खरीद के लिए 35144 किसानों को 33383.78 लाख रुपये का भुगतान किया जाना है। इसमें से अबतक 29956.83 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है, जबकि 3428.95 लाख रुपये का भुगतान करना शेष है। ---
धान खरीद न होने पर किसानों ने किया प्रदर्शन, रोका निकासी
लालगंज : धान खरीद न होने से जिले भर में किसानों में धीरे-धीरे आक्रोश बढ़ रहा है। सोमवार को लालगंज के विपणन केंद्र पर खुले धान क्रय केंद्र पर नाराज किसानों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने विपणन केंद्र का गेट बंद कर दिया। कोटेदारों के खाद्यान्न निकासी को अवरुद्ध करते हुए गोदाम का गेट बंद किए जाने की सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार चौरसिया ने किसानों को समझा कर बंद गेट को खोलवाया तब खाद्यान्न की निकासी शुरु हो पाई। किसानों का आरोप है कि 20 दिन से केंद्र का चक्कर लगाने के बाद भी धान की तौल नहीं की गई।
शुक्रवार से तौल बंद था, सोमवार को धान तौल की प्रक्रिया शुरु हुई तो 20 दिनों से धान तौल कराने का इंतजार कर रहे किसानों का धैर्य जवाब दे दिया। किसान अमर बहादुर, अरुण कुमार सिंह, बेनी माधव सिंह, रमाकांत सिंह, राजेंद्र प्रसाद सिंह, अभयराज, मनोज, रंजना सिंह, योगेंद्र, जयप्रकाश, ओमप्रकाश, अखिलेश पांडेय, राम जतन, लाल दास सिंह, संजय सिंह, श्याम मुरारी सिंह, विजय शंकर तिवारी ने कोटेदारों के खाद्यान्न निकासी का कार्य अवरुद्ध करते हुए मुख्य गेट को बंद कर दिया। प्रभारी दशरथ लाल की अनुपस्थिति में विपणन केंद्र पर तैनात कर्मियों ने प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार चौरसिया को जानकारी दी।

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