ट्रैक पर मवेशी हटाने उतरा यात्री आया राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में, मौत
साड़ हटाने उतरने यात्री की राजधानी ट्रेन से कटकर मौत
ट्रैक पर मवेशी हटाने उतरा यात्री आया राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में, मौत
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : विंध्याचल के आधोपुर गांव के पास रेलवे लाइन पर पड़े मवेशी को हटाने के लिए उतरे बिहार के एक यात्री की राजधानी एक्सप्रेस से कटकर मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर कानपुर से लौटे रिश्तेदारों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके परर पहुंचकर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बिहार के वैशाली जिला के लालगंज गोझिया निवासी 23 वर्षीय शिवम पुत्र मनाेज ठाकुर अपने चार रिश्तेदारों के साथ वैष्णों देवी दर्शन पूजन के लिए रविवार को घर से निकला था। सभी पटना रेलवे स्टेशन से संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस में बैठकर दिल्ली जा रहे थे। वहां से वैष्णों देवी के लिए रवाना हुए। विंध्याचल के विरोही के पहले आधोपुर गांव के पास रात करीब बारह बजे जैसे ही संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस पहुंची तो रेलवे लाइन पर एक मृत मवेशी पड़ा दिखाई दिया। यह देख चालक ने ट्रेन रोक दी। चालक ने पांच यात्रियों को नीचे बुलाया और रेलवे लाइन से कटे मवेशी को हटाने के लिए कहा। कहा कि जब तक रेलवे लाइन से मवेशी नहीं हटाया जाएगा तब तक ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी। यह सुन यात्री नीचे उतरे और रेलवे लाइन से किसी तरह मवेशी को हटाया गया। इसमें शिवम भी था। इसके बाद डाउन लाइन पर शिवम जाकर खड़ा हो गया। इसी बीच उस ट्रैक पर राजधानी एक्सप्रेस आ गई, जिसकी चपेट में आने से कई भागों में कट गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शिवम की ट्रेन से कटकर मौत तो हो गई लेकिन किसी को पता नहीं चला। उनके चचेरे भाई गोपी ठाकुर, चाचा बब्बू ठाकुर व चाची सुप्रिया ट्रेन में सवार होकर निकल गए। ट्रेन जब प्रयागराज से आगे बढ़ी तो शिवम नहीं दिखा। यह देख सभी उसे खोजने लगे। तब तक ट्रेन कानपुर पहुंची चुकी थी। इसी बीच राजधानी एक्सप्रेस के चालक ने जीआरपी विंध्याचल काे सूचना दी कि आधोपुर के पास एक युवक की कटकर मौत हो गई है। जानकारी होने पर विंध्याचल पुलिस पहुंची। रेलवे लाइन पर युवक का पड़ा मिला। इसी बीच युवका पर्स भी दिखा जिसमें लिखे नंबर पर फोन किया तो उसके चचेरे भाई गोपी ने फोन उठाया। पुलिस ने बताया कि एक युवक की यहां ट्रेन से कटकर मौत हो गई है और उसके शव के पास पर्स में यह नंबर मिला है। यह सुन गोपी को पता चला कि वह शिवम ही है जो ट्रेन की चपेट में आ गया है। स्वजन वैष्णों देवी का प्लान बीच में छोड़कर सभी लौट आए। शिवम बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था।