मीरजापुर में न दुकान, न बिल, न कोई रिकार्ड, बेच डाले 2,01,000 से अधिक कोडीन कफ सीरप
मीरजापुर में कोडीन युक्त कफ सीरप के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ है। बिना दुकान, बिल और रिकॉर्ड के दो लाख से अधिक सीरप बेचे गए। पुलिस अधीक्षक ने जांच के ...और पढ़ें

कोडीन युक्त कफ सीरप बेचने का बड़ा मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। कोडीन युक्त कफ सीरप मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में एसा तथ्य सामने आया है जहां पर न दुकान, न बिल, न कोई रिकार्ड के ही 2,01,000 से अधिक कोडीन युक्त कफ सीरप बेचने का बड़ा मामला सामने आया है।
जिले में उधार के ड्रग इंस्पेक्टर के भरोसे संचालित हो रहा है विंध्याचल मंडल मुख्यालय अब चर्चा में है। पुलिस अधीक्षक ने प्रकरण की जांच के लिए 10 सदस्यीय विशेष जांच टीम का गठन किया है।
अजब हाल है...। न बिल और न ही कोई रिकार्ड। बावजूद इसके होल सेलरों ने लगभग 2,01,000 से अधिक कोडीन कफ सीरप को बेच डाला और किसको बेचा इसका भी पता नहीं। कार्रवाई के दूसरे दिन भी सबंधित दुकानें नहीं खुली रहीं। वही मकान मालिकों ने स्पष्ट बताया कि उनसे बिना सहमित लिए ही परिसर में लाइसेंस जारी कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने प्रकरण की जांच के लिए सीओ चुनार के नेतृत्व में 10 सदस्यीय विशेष टीम बनाया है, जो संबंधित जनपदों में जाकर जांच कर रही है। वहीं उधार के ड्रग इंस्पेक्टर संतोष कुमार पटेल के भरोसे मंडल मुख्यालय मीरजापुर चल रहा है।

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