पता बदलने के बाद भी नए पते पर पहुंच जाएगा डाक, यूपी के इन डाकघरों में नई आइटी प्रणाली लागू
मीरजापुर मंडल के डाकघरों में नई आईटी प्रणाली लागू की गई है जिसका उद्देश्य डिजिटल भुगतान और बेहतर ट्रैकिंग प्रदान करना है। यूपीआई से भुगतान एकीकृत किया गया है और पत्र स्वतः नए पते पर पहुंचाने की प्रणाली विकसित की जा रही है। डाक विभाग अपने मेल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को मजबूत कर रहा है जिससे डिलीवरी में सुधार होगा। नई प्रणाली ग्राहकों के लिए अधिक सुविधाजनक और पारदर्शी होगी।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। मीरजापुर मंडल के अंतर्गत आने वाले सभी डाकघरों में आज से उन्नत आइटी प्रणाली को लागू कर दिया गया है। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को डिजिटल भुगतान, बेहतर ट्रैकिंग और अधिक पारदर्शी सेवाएं उपलब्ध कराना है।
नई प्रणाली के तहत अब डाक सेवाओं में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआइ) के माध्यम से भुगतान को पूरी तरह से एकीकृत कर दिया गया है। स्पीड पोस्ट और अन्य सेवाओं की बुकिंग अब सीधे यूपीआइ भुगतान के साथ की जा सकेगी, जिससे प्रक्रिया तेज़ और अधिक सुलभ होगी।
उन्नत प्रणाली के अंतर्गत बुकिंग के समय ही यह तय हो जाएगा कि कोई विशेष पैकेज या पत्र अगले डाकघर में कहां भेजा जाएगा। इसके अलावा, रीयल-टाइम ट्रैक और ट्रेस, डिलीवरी का डिजिटल प्रमाण, ओटीपी, आधारित प्रमाणीकरण तथा ओपन एपीआइ इंटीग्रेशन जैसी सुविधाएं भी उपभोक्ताओं को दी जाएंगी।
डाक विभाग एक ऐसी प्रणाली विकसित कर रहा है जो ईमेल के समान कार्य करेगी, अर्थात यदि कोई व्यक्ति अपना पता बदलता है तो उसका पत्र स्वतः नए पते पर पहुंचा दिया जाएगा।
साथ ही इस वर्ष शुरू की गई डिजिपिन (DIGIPIN) व ई-फॉरवर्डिंग प्रणाली पहल के माध्यम से प्रत्येक पिन कोड के लिए सटीक अक्षांश और देशांतर डेटा उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे पत्रों के वितरण में और भी अधिक सटीकता आ सकेगी।
डाकघर अधीक्षक, मीरजापुर मंडल संजय गुप्ता ने बताया कि भारतीय डाक ने अपने डोमेस्टिक मेल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को मज़बूत करेगा। सुनिश्चित किया जाएगा कि देशभर में चलने वाली उड़ानों में डाक बैगों के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो। इससे समय पर डिलीवरी में मदद मिलेगी और ग्रामीण व दूरदराज़ के क्षेत्रों को भी समान सुविधा प्राप्त होगी।
देश की सबसे पुरानी और व्यापक डाक सेवा प्रणाली अब तेजी से आधुनिक हो रही है। नई प्रणाली में ''''कलेक्ट मैकेनिज्म'''' को बेहतर बनाते हुए यह व्यवस्था की गई है कि जैसे ही ग्राहक यूपीआइ भुगतान करता है, डाक वस्तु की बुकिंग तुरंत हो जाती है।
इसके साथ ही बुकिंग के दौरान वस्तु के अगले डाकघर तक पहुंचने की जानकारी भी सिस्टम में दर्ज हो जाती है, जिससे ट्रैकिंग और वितरण प्रक्रिया अधिक सटीक हो जाती है। डाक विभाग द्वारा विकसित किया गया नया एपीटी (एडवांस्ड पोस्टल टेक्नालाजी) एप्लिकेशन इस परिवर्तन की रीढ़ है।
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