विवाह के दौरान मंडप में बायोमेट्रिक अटेंडेंस के बाद ही वर-वधु ले सकेंगे सात फेरे, फर्जी लाभार्थियों पर लगेगी रोक
यूपी में विवाह के दौरान फर्जी लाभार्थियों को रोकने के लिए सरकार ने एक नई पहल की है। अब मंडप में बायोमेट्रिक अटेंडेंस के बाद ही वर-वधु सात फेरे ले सकेंगे। इस नई व्यवस्था से विवाह में होने वाले फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगी और योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुंचेगा। बायोमेट्रिक प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है।

मंडप में बायोमेट्रिक अटेंडेंस के बाद ही वर-वधु ले सकेंगे सात फेरे।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। देवोत्थान एकादशी के बाद से विवाह आदि मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे। समाज कल्याण विभाग की ओर से नवंबर में शुभ मुहूर्त में 603 गरीब कन्याओं का विवाह कराया जाएगा। लेकिन पहली बार ऐसा होगा कि जब वर-वधुओं का शादी के पंडाल में ही बायोमेट्रिक अटेंडेंस लिया जाएगा।
समारोह में वर-वधूओं के एक-दूसरे को वरमाला पहनाने से पहले बायोमेट्रिक और फेस आईडी सत्यापन अनिवार्य होगा। यह कदम योजना में होने वाली गड़बड़ियों और फर्जी लाभार्थियों पर अंकुश के लिए उठाया जा रहा है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी राम विलास यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में वर-वधू के लिए नई व्यवस्था लागू होने जा रही है।
योजना के तहत कन्या के विवाह पर एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। इसमें से 60 हजार सीधे कन्या के खाते में, 25 हजार रुपये का सामान और 15 हजार रुपये आयोजन पर खर्च किया जाएगा।
जिले में 7064 कन्याओं का हो चुका विवाह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जनपद में अब तक 7064 वर-वधुओं का विवाह का कराया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में 185, 2018-19 में 365, 2019-20 में 513, 2020-21 में 396, 2021-22 में 626 और 2022-23 में सर्वाधिक 1559, 2023-24 में 1713, वर्ष 2024-25 में 1707 वर-वधुओं का विवाह कराया गया है।
मीरजापुर जिले में अबतक मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह
वित्तीय वर्ष-विवाह
2017-18-185
2018-19-365
2019-20-513
2020-21-396
2021-22-626
2022-23-155
2023-24-1713
2024-25-1707
कुल योग-7064
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