मीरजापुर में अंधविश्वास के चलते मां ने दो मासूमों की गला घोंटकर की हत्या, खुद फांसी लगाकर दे दी जान
उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले में एक महिला ने अंधविश्वास के चलते अपने दो बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है।

घटना के बाद जुटी भीड़ व मौजूद सीओ सदर अमर बहादुर।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। कछवां के सेमरी गांव की रहने वाले वाले हरिश्चंद्र की पत्नी 35 वर्षीय संगीता ने अंध विश्वास के चलते शनिवार की शाम सात बजे अपने दो मासूमों की गला घोटकर हत्या कर दी। जब उनकी तड़प तड़प कर मौत हो गई तो खुद पंखे में दुपट्टे से फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। इसकी खबर मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। स्वजन व मायके वाले पहुंच गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जानकारी पर सीओ सदर अमर बहादुर कछवां थानेदार अमरजीत चौहान के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और छानबीन की।
बताया गया कि सेमरी गांव की रहने वाली संगीता बिंद दोपहर में बच्चों को खाना खिलाने के बाद खुद भी खाना खाई। इसके बाद सोने के बहाने अपने कमरे में चली गई। शाम तक दरवाजा नहीं खोला तो स्वजन को आशंका हुई। उसे आवाज देकर बुलाया ,लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। आशंका होने पर खिड़की से झांककर देखा तो महिला फांसी के फंदे पर लटक रही थी। उसके दोनों बेटे पलंग पर लेटे हुए थे। यह देखकर सभी हवाक रह गए।
स्वजन ने बताया कि महिला कुछ दिनों से मानसिक रूप से बीमार चल रही थी। उसपर भूत प्रेत का साया भी हो गया था। इसके चलते अपने दोनों बेटों चार वर्षीय शिवांश व दो वर्षीय शुभंकर की गला घोटकर मार डाला। इसके बाद खुद फांसी लगाकर जान दे दी।
बताया गया कि महिला का पति समाज सेवी है। साथ ही मजदूरी का कार्य भी करता था। बताया गया कि मृतका को दो बेटे थे। उसकी शादी करीब आठ वर्ष पूर्व हरिशचंद्र बिंद के साथ हुई थी।
एक महिला ने अपने दो बचों को मारकर खुद फांसी लगाकर जान दे दी है। स्वजन को घटना की सूचना देकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना का कारण महिला के मानसिक रूप से बीमार होने व कुछ अंधविश्वास के चलते ऐसा कदम उठाना बताया जा रहा है। -अमर बहादुर, क्षेत्राधिकारी सदर, मीरजापुर।

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