मीरजापुर के नयनागढ़ महोत्सव 2025 का रंगारंग आगाज, देर रात तक झूमे कलाकार
मीरजापुर में नयनागढ़ महोत्सव 2025 का शानदार शुभारंभ हुआ। इस महोत्सव में कलाकारों ने देर रात तक अपनी कला का प्रदर्शन किया जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर कार्यक्रमों का आनंद उठाया।

मंगलवार को दो दिवसीय नयनागढ़ महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर)। चुनार बालूघाट स्थित मां गंगा के पावन तट पर मंगलवार को दो दिवसीय नयनागढ़ महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ। दीप प्रज्ज्वलन एवं फीता काटकर चेयरमैन मंसूर अहमद, पूर्व चेयरमैन विजय कुमार वर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य मेजर कृपाशंकर सिंह तथा अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
वक्ताओं ने कहा कि नयनागढ़ महोत्सव ने पिछले ढाई दशकों में नगर की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई दी है। यह मंच स्थानीय प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के साथ नगर में सामाजिक एकता, सांस्कृतिक चेतना और पारंपरिक मूल्यों को सशक्त करने का माध्यम बना है।
शाम ढलते ही चुनार स्टेशन रोड स्थित हनुमान मंदिर से मां गंगा की प्रतिमा संग भव्य नगर भ्रमण निकला। गंगा भक्तों की यह शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई बालूघाट पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रतिमा की स्थापना और पूजन-अर्चन संपन्न हुआ। पूरा घाट दीपों की पंक्तियों और विद्युत झालरों से जगमगाने लगा।
समिति अध्यक्ष दिनेश सिंह पटेल, सचिव अफसर अली, आलोक श्रीवास्तव, विवेक दूबे, सुरेंद्र सिंह, शीतला प्रसाद यादव, ई. सभाजीत सिंह व अभिलाष राय ने अतिथियों का स्वागत किया। मंच संचालन श्यामधर चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर सभासद किशन मोदनवाल, विकास कश्यप, मनीष राय, राजू गुप्ता, विवेक सिंह सहित नगर के अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
महोत्सव के प्रथम दिवस की शाम पूर्व माध्यमिक विद्यालय चुनार के बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से माहौल जीवंत कर दिया। शिक्षक सुधीर सिंह के निर्देशन में प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उत्सव को उल्लास और ऊर्जा से भर दिया। कक्षा छह के छात्र सैफ द्वारा ‘तिरंगा न झुकने देंगे’ गीत पर नृत्य ने देशभक्ति की लहर दौड़ा दी, वहीं लक्ष्य पुजारी और अन्य विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। राधा-कृष्ण की झांकी और नृत्य नाटिकाओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उधर, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम चुनार द्वारा सजाई गई द्वादश ज्योतिर्लिंगों की भव्य झांकी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी रही। बीके बीनू, बीके तारा व बीके पंकज के सहयोग से तैयार इस झांकी में भगवान शंकर-पार्वती के दिव्य स्वरूप और बाबा बर्फानी का प्रतिरूप जीवंत प्रतीत हो रहा था। झांकी के माध्यम से नशामुक्ति, आत्मशुद्धि और सदाचार का संदेश दिया गया। देर रात तक चले कार्यक्रम में गंगा तट संगीत, नृत्य और भक्ति की मधुर लहरियों से झंकृत रहा।

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