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    मां विंध्यवासिनी धाम में लगी भक्तों की कतार, तीन लाख से अधिक लोगों ने किया दर्शन-पूजन

    Updated: Sun, 08 Jun 2025 05:30 PM (IST)

    मीरजापुर के विंध्याचल में ज्येष्ठ मास की त्रयोदशी पर मां विंध्यवासिनी धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। यज्ञोपवीत और मुंडन संस्कार के शुभ मुहूर्त के चलते सुबह से ही भक्तों की लंबी कतार लगी रही। विंध्य पंडा समाज के अनुसार लगभग तीन लाख भक्तों ने दर्शन-पूजन किया। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में शीश नवाया और सुख-समृद्धि की कामना की।

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    मां विंध्यवासिनी धाम में लगी भक्तों की कतार, तीन लाख से अधिक लोगों ने किया दर्शन-पूजन

    जागरण संवाददाता, मीरजापुर। ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर विंध्याचल स्थित मां विंध्यवासिनी धाम में रविवार को आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। यज्ञोपवीत और मुंडन संस्कार का शुभ मुहूर्त होने के चलते सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही।

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    विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी के मुताबिक सुबह से शाम तक करीब तीन लाख से अधिक भक्तों ने मां के दरबार में दर्शन–पूजन कर मन्नतें मांगीं। भोर में मंगला आरती के बाद से मंदिर में माता के भव्य स्वरूप का दर्शन पूजन करने के लिए श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया था, जो शाम तक जारी रहा। गंगा स्नान के बाद लोगों ने मां विंध्यवासिनी के दरबार में शीश नवाया।

    गंगा स्नान के बाद विंध्य दरबार में पहुंचे श्रद्धालुओं ने विधिवत दर्शन-पूजन कर मंगल कामना की। घंटा-घड़ियाल, शंख और पहाड़ा वाली के जयकारे से पूरा वातावरण देवीमय हो रहा था। नारियल, चुनरी, माला-फूल के साथ प्रसाद चढ़ाकर कर सुख-समृद्धि की कामना की।

    सुबह भक्त गंगा स्नान करने के बाद देवी धाम पहुंचे, जहां मां का गुड़हल और गुलाब पुष्पों सहित रजतमणि आभूषणों से किए गए शृंगार के साथ मां का दर्शन पाकर भाव विभोर उठे। देवी धाम पहुंचने के बाद किसी ने झांकी से तो किसी ने गर्भगृह में जाकर दर्शन पूजन किया।

    मां का दर्शन पूजन करने के बाद भक्तों ने त्रिकोण परिक्रमा की। इसी क्रम में भक्तों ने मंदिर में विराजमान महाकाली, मां दुर्गा, पंचमुखी महादेव, मां सरस्वती देवी, मां शीतला, महालक्ष्मी, दक्षिण मुखी हनुमान, राधाकृष्ण, अन्न्पूर्णा देवी, बटुक भैरव सहित अन्य मंदिरों में जाकर शीश नवाया।

    भक्तों ने पहाड़ पर विराजमान मां काली और मां अष्टभुजा देवी दरबार में जाकर पूजन अर्चन कर मंगल कामना की। मां का दर्शन पूजन करने के बाद भक्तों ने विंघ्य धाम की गलियों में सजी दुकानों पर जाकर खरीदारी की। देवी दरबार में आस्थावानों की भीड़ को देखते हुए पुलिस के जवान के साथ श्रीविंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानू पाठक, मंदिर सुरक्षा व्यवस्था प्रभारी सहित कई अन्य भक्तों की सेवा में तत्पर रहे।

    सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, सीसीटीवी से निगरानी

    जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। धाम के चारों ओर पुलिस बल की तैनाती की गई है। सीसीटीवी कैमरों के जरिये हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। मां विंध्यवासिनी मंदिर के अलावा काली खोह, अष्टभुजा मंदिर, सीता कुंड मार्ग जैसे सभी प्रमुख स्थानों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

    भक्तों के लिए मैट बिछाने का दावा तो प्रशासन द्वारा किया गया लेकिन कई स्थानों पर यह व्यवस्था सिर्फ कागजों तक ही सीमित रही। लोगों को तपते पत्थरों पर चलने को विवश दिखे, हालांकि फिर भी आस्था भारी रही।