Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी के इस जिले में दो पर्यटन स्थलों का होगा कायाकल्प, शासन से एक करोड़ 34 लाख का बजट जारी

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 11:00 PM (IST)

    मीरजापुर जिले के पर्यटन स्थलों के विकास की कवायद शुरू हो गई है। विंढमफाल के सुंदरीकरण के लिए 34 लाख और बाबा सिद्धनाथ की दरी के लिए एक करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। प्रभागीय वनाधिकारी ने बाबा सिद्धनाथ की दरी का निरीक्षण किया और वहां की दुर्व्यवस्था पर चिंता जताई। पर्यटकों के लिए शौचालय, वाशरूम, चेंजिंग रूम, और शेड आदि का निर्माण कराया जाएगा।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, मीरजापुर। जिले के आधा दर्जन पर्यटन स्थलों में विंढमफाल का 34 लाख तो बाबा सिद्धनाथ की दरी का एक करोड़ से सुंदरीकरण कराने को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है। प्रभागीय वनाधिकारी राकेश कुमार ने शनिवार को दोपहर बाबा सिद्धनाथ की दरी का निरीक्षण किया। दुर्व्यवस्था को देखकर चिंता जताई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बताया कि फाल पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सड़क भी बदहाल स्थिति में है। इस दौरान फाल के पास ग्रामीण दुकानदारों द्वारा पान, गुटखा, सिगरेट बिक्री पर रोक लगाने के साथ वाहन स्टैंड के पीछे दुकान लगाने की हिदायत दी। बाबा सिद्धनाथ के मंदिर में जाकर मत्था भी टेका।

    बताया कि इस फाल के कायाकल्प के लिए डेढ़ वर्ष पहले प्रस्ताव बना था, परंतु पैसे के अभाव में विकास कार्य संभव नहीं हुआ। वन विभाग के इको टूरिज्म विभाग से एक करोड़ की लागत से जल्द ही गेट, कट स्टोन की सड़क, डेंजर जोन के लिए फिनिशिंग, पर्यटकों के लिए शौचालय, वाशरूम, चेंजिंग रूम, लोगों के बैठने के लिए शेड और धूप-बारिश से बचने के लिए बड़े शेड का निर्माण जल्द ही कराया जाएगा।

    यहां रोजाना तीन से चार हजार पर्यटकों का आवागमन होता है। सफाई के लिए वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी व ठेकेदार अमनदीप को एक सप्ताह का समय दिया। वहीं विंढमफाल के सुंदरीकरण और विकास के लिए 34 लाख रुपये का धन शासन से मिल चुका है।

    इससे उसके सुंदरीकरण के लिए चेंजिंग रूम, वाश रूम और सैलानियों के बैठने के लिए बड़े शेड का निर्माण कार्य की शुरुआत हो गई है। अहरौरा स्थित लखनिया दरी के निरीक्षण के बाद उसका भी कायाकल्प कराया जाएगा। मौके पर वन क्षेत्राधिकारी आनंद शेखर उपाध्याय, अर्जुन राय, अरुण तिवारी के साथ अन्य वन कर्मी भी मौजूद थे।