मीरजापुर में अगहन मास की पूर्णिमा पर मां विन्ध्यवासिनी के दर्शन को उमड़ी आस्थावानों की भीड़
अगहन मास की पूर्णिमा पर मीरजापुर के मां विन्ध्यवासिनी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने मां के दर्शन और पूजन किए। मंदिर प्रशासन ने स ...और पढ़ें

मंदिर प्रभारी उदय प्रताप ने बताया कि लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर (विन्ध्याचल)। अगहन मास की पूर्णिमा के अवसर पर विन्ध्याचल स्थित मां विन्ध्यवासिनी धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। तड़के सुबह से ही भक्तगण मंदिर परिसर में लंबी कतारों में खड़े होकर मां के दर्शन और पूजन के लिए प्रतीक्षा करते नजर आए।
मंदिर के प्रभारी उदय प्रताप ने जानकारी दी कि इस पावन अवसर पर लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की। उन्होंने बताया कि हर पूर्णिमा पर भारी भीड़ होती है, लेकिन इस बार भक्तों की संख्या अपेक्षा से अधिक रही।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए। पुलिस की अतिरिक्त फोर्स को ड्यूटी पर लगाया गया, जिससे व्यवस्था सुव्यवस्थित बनी रही और दर्शन क्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
पूर्णिमा के इस शुभ अवसर पर पूरे धाम में भक्ति और आस्था का विशेष माहौल देखने को मिला। भक्तों ने मां विन्ध्यवासिनी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए मंदिर में आकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान भक्तों ने मां के दरबार में अपनी मनोकामनाएं भी प्रस्तुत कीं।
मंदिर परिसर में भक्तों की संख्या इतनी अधिक थी कि प्रशासन को भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष उपाय करने पड़े। श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था के साथ-साथ सुरक्षा नियमों का भी पालन किया, जिससे किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।
मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में भी भक्तों की भीड़ देखी गई। स्थानीय व्यापारियों ने भी इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपने व्यवसाय को बढ़ाया। श्रद्धालुओं ने न केवल पूजा-अर्चना की, बल्कि स्थानीय व्यंजनों का भी आनंद लिया।
अगहन मास की पूर्णिमा पर मां विन्ध्यवासिनी के दर्शन के लिए उमड़ी आस्था की बाढ़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि धार्मिक आस्था और भक्ति का कोई विकल्प नहीं होता। भक्तों की यह संख्या और उनके उत्साह ने इस पर्व को और भी विशेष बना दिया। इस अवसर पर सभी ने मिलकर मां विन्ध्यवासिनी से सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।

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