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    मीरजापुर में भारी बारिश की वजह से मकान गिरने का स‍िलस‍िला शुरू, एक की मौत, कई लोग घायल

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 01:57 PM (IST)

    मीरजापुर में भारी बारिश के कारण कई मकान ढह गए हैं जिससे चौखड़ा गांव में एक महिला और एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गईं। राजगढ़ सीएससी में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। अदलहाट और चील्ह क्षेत्र में भी मकान गिरने और पेड़ उखड़ने से जान-माल का नुकसान हुआ है।

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    लगातार हो रही भारी बार‍िश की वजह से कई क्षेत्रों में घरों के ग‍िरने की सूचना है।

    जागरण संवाददाता, मीरजापुर। ज‍िले में लगातार हो रही भारी बार‍िश की वजह से कई क्षेत्रों में घरों के ग‍िरने की खबरें हैं। राजगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत चौखड़ा में दो दिन से हो रही लगातार बारिश के कारण शनिवार की भोर लगभग चार बजे एक खपरैल मकान अचानक भरभरा कर गिर गया।

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    इस घटना में सो रहे परिवार के सदस्यों में से एक महिला और एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गईं। घायलों को राजगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

    घटना के समय 50 वर्षीय मीरा देवी, जो भागीरथी की पत्नी हैं, अपनी 5 वर्षीय परपौत्री किट्टू के साथ चारपाई पर सो रही थीं। शुक्रवार की सुबह से तेज हवा के साथ हो रही बारिश के कारण शनिवार की भोर में खपरैल मकान अचानक गिर गया। इस घटना में दादी और परपौत्री दोनों गंभीर रूप से घायल हो गईं। बताया जाता है कि मकान के स्वामी भागीरथी भी उसी मकान में सो रहे थे, जिन्हें हल्की चोटें आई हैं।

    राजगढ़ सीएचसी के चिकित्सक संतलाल ने बताया कि चौखड़ा गांव में खपरैल मकान गिरने से घायल मीरा देवी और उनकी परपौत्री किट्टू की हालत गंभीर होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल लोढ़ी, सोनभद्र के लिए रेफर कर दिया गया है।

    घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बड़ी मेहनत के बाद सभी घायलों को मलबे से बाहर निकाला। 108 नंबर की एम्बुलेंस बुलाकर उन्हें राजगढ़ सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां उनका उपचार जारी है। इस घटना के कारण पीड़ित परिवार का सारा गृहस्थी का सामान नष्ट हो गया है। अब वे अपने सिर पर छत के अभाव में दर-दर भटकने को मजबूर हैं।

    ग्राम प्रधान चौखड़ा ने पीड़ित परिवार को आश्रय देने के लिए सरकारी ग्राम पंचायत भवन का ताला खोलना उचित नहीं समझा, जिसके कारण पीड़ित परिवार पड़ोसी के घर में आश्रय लेने को मजबूर है। इस संबंध में तहसीलदार मड़िहान, आशीष कुमार पाण्डेय ने बताया कि हल्का लेखपाल और राजस्व निरीक्षक को मौके पर भेज दिया गया है। जांच के बाद मुआवजा दिया जाएगा।

    विकास खंड अधिकारी राजगढ़, विरेन्द्र प्रताप वर्मा ने कहा कि दैविक आपदा मुआवजा दिए जाने के बाद उपजिलाधिकारी के निर्देश पर पीड़ित परिवार के मुखिया के नाम से मुख्यमंत्री आवास से लाभान्वित किया जाएगा।

    अदलहाट (मीरजापुर) से भी एक घटना सामने आई है, जहां तेज बारिश के कारण अगरसण्ड ग्राम में एक खपरैल का कच्चा मकान गिर गया। बाबू लाल जायसवाल, जो इस मकान के मालिक हैं, अपने परिवार के साथ रात में सो रहे थे। अचानक मकान गिरने लगा, जिससे वे दोनों बाल-बाल बच गए, लेकिन घर में रखा सारा सामान दबकर नष्ट हो गया।

    चील्ह (मीरजापुर) क्षेत्र में भी बारिश के कारण पेड़ गिरने से आवागमन और बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई। चील्ह गोपीगंज मार्ग पर तिलठी गांव के पास एक पीपल का वृक्ष गिर गया, जिससे लगभग तीन घंटे तक आवागमन बाधित रहा।

    इसी प्रकार, चेतगंज बाजार में नीम का पेड़ गिरने से बिजली के चार पोल टूट गए और बिजली व्यवस्था भी प्रभावित हुई। लगातार हो रही बारिश ने कई परिवारों को संकट में डाल दिया है, और प्रशासनिक स्तर पर राहत कार्य जारी है।

    देहात कोतवाली के नौहा गांव के रहने वाले कन्हैयालाल अपने घर के बाहर बने मड़हे में सो रहे थे। शुक्रवार की रात अचानक बारिश के चलते उनका मड़हा भरभरा गिर गया। जिसमें वे दब गए। रात में किसी के नहीं जगने पर वे पूरी रात मड़हे के नीचे दबे रहे। सुबह हाेने पर जब गांव के लाेगों ने मड़हा गिरा देखा तो परिवार के लोगों को सूचना दी। जानकारी पर स्वजन गांव के लोगों के साथ पहुंचे। मड़हे को उठाकर उनको बाहर निकाला। इसके बाद पास के पीएचसी ले गए। जहां देखने के बाद चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया।