Mirzapur Weather Update: मीरजापुर में प्रचंड गर्मी, लू का अलर्ट; किसानों के लिए सलाह
मीरजापुर में भीषण गर्मी जारी है तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पार। मौसम विभाग के अनुसार लू चलने की आशंका है और बारिश की संभावना नहीं है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलें सुरक्षित करें और पशुओं का ध्यान रखें। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को गर्मी से बचने और तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाने की सलाह दी है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। जनपद में तेज धूप से लोग बुधवार को काफी हलकान दिखे। कड़ी धूप से बचने के लिए लोग रुमाल आदि का सहारा ले रहे थे। जनपद भर में गर्म हवाएं लू चलने से लोग घरों में सिमट रहे हैं। अधिकतम तापमान 43 पार रहा, जबकि 26 तक पहुंच गया। आगामी दिनों में मौसम 45 पार रहने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार गर्म हवा अर्थात लू चलने की आशंका है। बादल तो छाए रहेंगे लेकिन वर्षा की संभावना नहीं है।
ग्रामीण कृषि मौसम सेवा भू भौतिकी विभाग बीएचयू वाराणसी के नोडल अधिकारी प्रो. रवि शंकर सिंह व तकनीकी अधिकारी मौसम वैज्ञानिक शिव मंगल सिंह ने बताया कि किसानों को मौसम पूर्वानुमान के आधार पर आगामी तीन दिनों में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। वर्षा की कोई संभावना नहीं है। गर्म हवा (लू) चलने की आशंका है। तापमान उच्च स्तर पर बना रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान 27.0 से 28.0 डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम तापमान 42.0 से 45.0 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
किसानों को मौसम विज्ञानियों की सलाह
मौसम विज्ञानियों के अनुसार फसल की सुरक्षा के लिए गेहूं की कटाई एवं गहाई का कार्य शीघ्र पूरा करें और अनाज को सुरक्षित स्थान पर भंडारित करें। गर्म हवा के कारण फल, सब्ज़ी व दलहनी फसलों में पत्तियां मुरझा सकती हैं। इसके लिए हल्की सिंचाई सुबह या शाम करें। तापमान अधिक होने से वाष्पोत्सर्जन बढ़ेगा, इसलिए खेतों में नमी बनाए रखने के लिए टपक सिंचाई या मल्चिंग का उपयोग करें। सब्जियों व फलदार पौधों (आम, लीची) को नियमित अंतराल पर सिंचाई करें।
पशुपालक बरतें सावधानी
मौसम विज्ञानियों ने पशुपालकों को सलाह दिया है कि पशुओं को ठंडी छाया और साफ पानी की व्यवस्था करें। दोपहर के समय पशुओं को धूप में न चराएं। पशुओं को लू से बचाने के लिए गुड़-नमक मिलाकर पानी पिलाएं।
बागवानी करते समय दें ध्यान
आम व लीची में फलों की गिरावट रोकने के लिए हल्की सिंचाई करें। छाया और पवनरोधी नेट का प्रयोग फलों को गर्म हवाओं से बचाने में मदद कर सकता है। उच्च तापमान में कीटों जैसे फल मक्खी, चेपा, माहू आदि की संख्या बढ़ सकती है। लक्षण दिखने पर कीटनाशी का छिड़काव करें।
गर्मी के मौसम में उल्टी, दस्त, तेज दर्द और बुखार की बीमारी लोगों में हो रही है। धूप में कम में निकले। भोजन करके ही घर से निकले। पानी का सेवन अधिक करें। फल, सलाद और तरल पदार्थ का सेवन ज्यादा करें। उल्टी दस्त होने पर ओआरएस का घोल पीएं। चिकित्सक से संपर्क करके दवा लें।- डॉ. सुनील सिंह, फिजीशियन, जिला अस्पताल।
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