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    मीरजापुर में किसान बनकर खाद लेने पहुंचे एडीओ कृषि, दुकानदार ने ओवररेट पर दी खाद

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Thu, 06 Nov 2025 06:31 PM (IST)

    मीरजापुर के एक खाद भंडार पर एडीओ कृषि ने किसान बनकर खाद खरीदी, जहाँ दुकानदार ने उनसे ज़्यादा दाम वसूले। निरीक्षण के दौरान स्टॉक रजिस्टर और पीओएस मशीन भी बंद मिली। अधिकारी ने तत्काल जिला कृषि अधिकारी को सूचित किया, जिसके बाद दुकान के लाइसेंस निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस घटना से क्षेत्र में खाद की बिक्री में पारदर्शिता की कमी उजागर हुई है।

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    जब दुकानदार को यह पता चला कि खाद लेने वाला व्यक्ति ब्लॉक अधिकारी है, तो वह हैरान रह गया।

    जागरण संवाददाता, ड्रमंडगंज (मीरजापुर)। क्षेत्र के नैड़ी कठारी गांव स्थित खुशबू खाद भंडार पर गुरुवार दोपहर सहायक विकास अधिकारी कृषि नरेंद्र कानापुरिया ने किसान बनकर डीएपी खाद लेने का प्रयास किया। इस दौरान दुकानदार मोहम्मद अशलम ने उन्हें निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर खाद उपलब्ध कराई। जब दुकानदार को यह पता चला कि खाद लेने वाला व्यक्ति ब्लॉक अधिकारी है, तो वह हैरान रह गया।

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    एडीओ एजी ने दुकान में स्टॉक रजिस्टर की अनुपस्थिति, पीओएस मशीन के बंद होने और दुकान के बाहर रेट बोर्ड न होने की स्थिति में जिला कृषि अधिकारी अवधेश कुमार यादव को अवगत कराया। इसके परिणामस्वरूप, दुकान के निलंबन की प्रक्रिया शुरू की गई। एडीओ एजी की इस औचक छापेमारी से क्षेत्र में ओवररेटिंग करने वाले दुकानदारों में हड़कंप मच गया।

    नरेंद्र कानपुरिया ने बताया कि जब वह किसान बनकर खाद की दुकान पर पहुंचे, तो दुकानदार ने उन्हें शासन द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर डीएपी खाद दी। दुकान पर स्टॉक रजिस्टर उपलब्ध नहीं था और पीओएस मशीन भी बंद पड़ी थी। उन्होंने इस मामले में दुकान का लाइसेंस निरस्त करने के लिए जिला कृषि अधिकारी को सूचित किया है।

    एडीओ एजी ने स्पष्ट किया कि निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर खाद बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की कार्रवाई से यह सुनिश्चित होगा कि किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध हो सके और ओवररेटिंग की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाया जा सके। इस घटना ने क्षेत्र में खाद की बिक्री की पारदर्शिता को लेकर महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं, जिससे किसानों के हितों की रक्षा की जा सके।