मीरजापुर में डेंगू से संविदा स्टाफ नर्स की मौत, जनपद में अब तक 12 लोगों की गई जान
मीरजापुर में डेंगू से एक महिला की मौत हो गई। जिले में अब तक डेंगू से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। मंडलीय चिकित्सालय के डेंगू वार्ड में इस समय 120 मरीज भर्ती है। रतिदिन दस मरीज आ रहे हैं तो पांच मरीजों की छुट्टी की जा रही है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद में डेंगू रोग से एक और महिला की सोमवार की भोर में मौत हो गई। इस बार कोई आम आदनी की मौत नहीं हुई, बल्कि महिला चिकित्सालय में संविदा पर तैनात स्टाफ नर्स साक्षी सिंह पत्नी राजू सिंह निवासी ढेबरा जमालपुर की मौत हुई है। इस तरह जिले में अब तक डेंगू से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। फिर भी महकमा सक्रिय नहीं हो रहा है। मोहल्ले-गलियों में डेंगू के रोगी प्रकाश में आ रहे है। बावजूद इसके स्थिति में सुधार नहीं किया जा रहा है।
जिले में पिछले एक महीने से डेंगू कहर बरपा रहा है। इससे आए दिन डेंगू के रोगी अस्पताल में आ रहे हैं। अब तक आठ से अधिक मरीज इस रोग से पीड़ित हाे चुके हैं जिनमें कुछ लाेग इलाज कराकर ठीक हो चुके जबकि कुछ अपना इलाज करा रहे हैं। हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते ही जा रहे हैं। साक्षी अपने परिवार के साथ नगर के वासलीगंज में रहती थी। उनको पांच दिन से बुखार था।
जांच करने पर डेंगू रोग की रिपोर्ट आई। उन्हें मंडलीय चिकित्सालय के डेंगू वार्ड में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर चिकित्सकों ने उनको वाराणसी रेफर कर दिया। स्वजन साक्षी को एक निजी चिकित्सालय ले गए। वहां इतनी हार्ड दवा चलाई गई कि उनका प्लेटलेट्स गिरता ही जा रहा था। दो दिन के अंदर दस हजार प्लेटलेट्स हो गया। इससे उनकी हालत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई।
मंडलीय चिकित्सालय में डेंगू के 120 मरीज हैं भर्ती
मंडलीय चिकित्सालय के डेंगू वार्ड में इस समय 120 मरीज भर्ती है। हालांकि वार्ड 149 बेड का है। प्रतिदिन दस मरीज आ रहे हैं तो पांच मरीजों की छुट्टी की जा रही है। ऐसे में आए दिन खाली हो रहे बेड भर जा रहे हैं।

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