कंप्यूटर व मोबाइल छीन रहे आंखों की रोशनी, रहें सावधान
जागरण संवाददाता मीरजापुर आज के दौर में कंप्यूटर व मोबाइल का इस्तेमाल करने से आंखों क

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : आज के दौर में कंप्यूटर व मोबाइल का इस्तेमाल करने से आंखों की रोशनी तेजी से कम होती जा रही है। ऐसे में सभी को सावधान रहना होगा। इसका इस्तेमाल अधिक देर तक नहीं करें, अन्यथा आने वाले समय में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। आंधे-आधे घंटे बाद पांच मिनट का ब्रेक भी ले लें। इसके बाद ही कंप्यूटर या मोबाइल चलाएं। आंखों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए ताजा पानी से छींटा मारकर दिन में कम से कम दो बार जरूर धोएं। खानपान में संतुलित आहार लें। हरी सब्जी का सेवन करें। इसमें गाजर, पालक, सकरकंद, पपीता, आम, केला, मक्खन, दही, अंडा, कलेजी शामिल है। ये सब आहार लेते रहने आंखों की रोशनी बरकरार रहेगी। डायरिया रोग के दौरान बच्चों की आंखों को अधिक नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है। इसलिए जब भी बच्चों को डायरिया हो तो उनको ओआरएस का घोल पिलाते रहें, जिससे उनमें पानी की कमी नहीं हो। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से साल में दो बार बाल पोषण अभियान चलाया जाता है। इसमें छह माह के ऊपर के बच्चों को विटामिन ए की खुराक वाली घोल पिलाई जाती है। आंखों को सुरक्षित रखने के लिए धूल धक्कड़, तेज रोशनी से बचाएं। किसी प्रकार की दिक्कत है तो बगैर डाक्टर से सलाह लिए कोई दवा नहीं डाले अन्यथा नुकसान हो सकता है। आंखों को बेहतर बनाए रखने के लिए डा. अजय कुमार ने बुधवार को दैनिक जागरण के हैलो डाक्टर में फोन पर पाठकों सवालों के जवाब में यह सावधानियां बरतने की सलाह दी। प्रस्तुत है उनसे बातचीत के प्रमुख अंश ..
सवाल : आंख से पानी आ रहा है, क्या करें ?
जवाब : ऐसा आंख से निकलने वाला पानी नाक की नली से जुड़ी हुई होती है। आंख कमजोर होने से भी पानी गिरता है। चिकित्सक को देखवा लें।
सवाल : मोटा चश्मा लगा है। इसे हटाने के लिए क्या करना होगा ?
जवाब : इसके लिए आंखों को जांच कराना होता है। एक आपरेशन करके लेंस लगा दिया जाता है।
सवाल : आंख बार-बार लाल हो जाती है। क्या करें ?
जवाब : आंखों में एलर्जी होने से ऐसी दिक्कत होती है। डाक्टर को दिखाकर दवां ले ठीक हो जाएगा। सवाल : उनकी नजदीक की रोशनी कम हो रही है। कैसे रुकेगी ?
जवाब : ऐसा उम्र बढ़ने के साथ होता है। इसके लिए डाक्टर को दिखाकर आंख चेक कराने के बाद चश्मा लगाए। रोशनी उसी पर टिक जाएगी।
सवाल : पास और दूर के सभी शब्द पढ़ने में दिक्कत होती है ?
जवाब : उम्र बढ़ने के साथ आंखों की रोशनी कम होने लगती है। तत्काल डाक्टर को दिखाकर इलाज कराएं।
सवाल : सिर में लगातार दर्द भारीपन भी रहता है। क्या करें ?
जवाब : ऐसा आंखों की रोशनी कम होने से होता है। जांच कराकर चश्मा लगवाएं।
सवाल : आंखों में जलन, खुजली और कभी -कभी तो लाल भी हो जाती है ?
जवाब : इससे बचने के लिए आंखों को धूल धक्कड़ से बचाएं, चश्मा लगाएं। दिन में पानी का छीटा मारकर दो बार धोएं। राहत मिलेगी।
सवाल : अधिक देर तक कंप्यूटर पर काम करते हैं तो आंखे लाल हो जाती हैं क्या करें ?
जवाब : ऐसा इसलिए होता हैं कि पलके झपक नहीं पाती है और आंखों पर जोर पड़ता है। कमजोर होने से भी ऐसा होता है। चेक कराएं।
सवाल : बाइक चलाने पर आंखें लाल हो जाती हैं ?
जवाब : ऐसा एलर्जी से होता है। आंखों को धूल व तेज रोशनी से बचाएं, चश्मा लगाएं ।
सवाल : उनके बच्चे के आंखों से पानी आ रहा है, इलाज बताएं ?
जवाब : छोटे बच्चों में ऐसा कभी -कभी होता है। आंखों से निकलने वाली पानी नाक की नली से जुड़ी होती है। जो जाम होने के कारण ऐसा होती है। उसे डाक्टर के पास ले जाएंगे तो एक सुई से उस नली को खोल देंगे ठीक हो जाएगा।
सवाल : मेरी मां 50 साल की हैं। दूर और पास की वस्तु देखने में दिक्कत होती है।
जवाब : उम्र बढ़ने के साथ ही रोशनी भी कम हो जाती है। मोतियाबिद के कारण भी होता है। जांच कराकर इलाज कराएं।
सवाल : आंखों की रोशनी तेजी से कम हो रही है। क्या करें ?
जवाब : ऐसा मोतियाबिद या सुगर का रोग होने से होता है। किसी डाक्टर को दिखाकर जांच कराकर इलाज कराएं।
सवाल : उनकी उम्र 60 साल की है उनको कम दिखाई देने लगा है ?
जवाब : 40 वर्ष के बाद सभी की रोशनी कम होने लगती है आप को 60 के है। डाक्टर को दिखाकर आंख चेककरा चश्मा लगवाएं। राहत मिलेगी।
सवाल : उनके चश्मे का नंबर तेजी से बढ़ रहा है। रोकने का उपाय बताएं ?
जवाब : ऐसा सुगर या मोतियाबिद के कारण होता है। डाक्टर से चेक करा लें। चश्मा भी ठीक नहीं होने कारण रोशनी कम होती है। ---
इन्होंने पूछे सवाल
अशोक पटेल बघौड़ा राजगढ़, अखिलेश अदलहाट, राजन केशरी कछवां बाजार, सालिक पांडेय विजयपुर छानबे, हवीब विजयपुर छानबे, स्वाती दूबे तिलठी, मनोज सिंह शर्मामोड़ अदलहाट, अनुराग श्रीवास्तव अदलहाट, अरुण श्रीवास्तव शर्मा मोड़ अदलहाट, ओपी सिंह चुनार, श्यामाचरण यादव चुनार, लक्ष्मी गुप्ता चुनार, सुमिता हलिया, समर बहादुर सिंह जमुआ, सालिक राम पड़री, दीपेश मिश्रा पड़री।
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