मीरजापुर में भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति होने से 50 गांवों पर संकट, प्रशासन तैयारी में जुटा
अहरौरा जलाशय में लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है जिससे लगभग 50 गांव प्रभावित हुए हैं। जलाशय में पानी क्षमता से अधिक होने के कारण आठ गेट खोले गए हैं। एसडीएम चुनार ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, अहरौरा (मीरजापुर)। पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने अहरौरा जलाशय की स्थिति को गंभीर बना दिया है। जलाशय में पानी की मात्रा क्षमता से डेढ़ फीट अधिक पहुंचने पर शुक्रवार की रात को आठ गेट खोलकर पानी निकाला जाने लगा।
इसके बावजूद, अन्य गेटों के ऊपर से पानी गिरने लगा, जिससे जलाशय का दृश्य भयावह हो गया। इस स्थिति की जानकारी मिलते ही शनिवार की सुबह एसडीएम चुनार, राजेश कुमार वर्मा जलाशय पर पहुंचे और सिंचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अहरौरा जलाशय पर रिकॉर्ड 150 एमएम बारिश दर्ज की गई है। शनिवार को पानी की आवक में कमी न आने पर 360 फीट क्षमता वाले अहरौरा जलाशय के आठ गेट और 320 फीट क्षमता वाले जरगो जलाशय के चार गेट खोलकर पानी निकाला गया। इसकी वजह से निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना बढ़ गई है।
देखें वीडियो :
#मीरजापुर : जमालपुर के हसौली गांव के पास बिक्सी -ओइनवा संपर्क मार्ग से गुजरता गड़ई नदी के बाढ़ का पानी। uttar pradesh जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के पैतृक गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। pic.twitter.com/YQqiZaTRNZ
— Abhishek sharma (@officeofabhi) October 4, 2025
इस कारण अहरौरा और जमालपुर के 50 गांव तीसरी बार बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इससे किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं और पशुओं के लिए संकट उत्पन्न हो गया है। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का पैतृक गांव भी बाढ़ से प्रभावित हुआ है। बाढ़ की जानकारी मिलते ही मंत्री ने उच्चाधिकारियों को बाढ़ से निपटने के लिए निर्देशित किया।
जरगो जलाशय में पानी की मात्रा 321 फीट तक पहुंचने पर चार गेट खोले गए हैं। वहीं, जमालपुर में बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने के लिए 360 फीट पर सभी गेटों को नियंत्रित रखने का प्रयास किया जा रहा है। इस स्थिति ने स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि बाढ़ के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिया है। प्रभावित गांवों में खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा, पशुओं के लिए चारा और चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। इस प्रकार, अहरौरा जलाशय की बाढ़ ने क्षेत्र के 50 गांवों को प्रभावित किया है, जिससे स्थानीय निवासियों को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और सरकार की ओर से राहत कार्य जारी है, ताकि प्रभावित लोगों की सहायता की जा सके।
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