Meerut News: बच्चों के विवाद के बाद खूनी संघर्ष, मस्जिद में युवक और घर में घुसकर महिला की हत्या, बवाल
Meerut News खरखौदा के सलेमपुर गांव में बच्चों के बीच हुए विवाद में दो की गोली मारकर हत्या।दो घंटे तक बखेड़ा होता रहा दो हत्या के बाद लोगों में गम और गुस्सा था। गांव से लेकर अस्पताल तक करीब दो घंटे तक बखेड़ा होता रहा।

मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ के सलेमपुर गांव में बच्चों के विवाद के बाद खूनी संघर्ष हो गया। एक पक्ष ने युवक को मस्जिद के अंदर घुसकर गोली मार दी, जबकि दूसरे पक्ष के लोगों ने आरोपित की मां को घर में घुसकर गोली मार दी। दोनों को हापुड़ रोड के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मृत घोषित कर दिया। इसके बाद गांव से लेकर अस्पताल तक बवाल हुआ। एसपी सिटी से लेकर एसपी देहात और कई थानों की फोर्स ने मोर्चा संभाला। उधर, पुलिस ने देर रात अपनी ओर से दोनों पक्षों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
दुकान पर सामान लेने जा रहा था युवक
खरखौदा थानाक्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी 30 वर्षीय मेहराज का बेटा अमन घर के पास की दुकान से सामान लेने जा रहा था। तभी उसका गांव के ही इकबाल पक्ष के बच्चे से विवाद हो गया। दोनों ने घर पहुंचकर जानकारी दी तो स्वजन आमने-सामने आ गए थे। आसपास के लोगों ने मामला शांत करा दिया था, जिसके बाद दोनों पक्ष के लोग घर चले गए थे। रोजा इफ्तार के बाद मेहराज गांव की ही मस्जिद में नमाज पढ़ने गया था। तभी इकबाल का बेटा राहुल पहुंचा और मस्जिद में घुसकर मेहराज के सीने में गोली मार दी और भाग गया। आसपास के लोगों ने घायल को हापुड़ रोड स्थित जगदंबा अस्पताल में भर्ती कराया। हालत बिगड़ने पर संतोष हास्पिटल में भर्ती कराया, जहां मृत्यु हो गई। इसके बाद मेहराज पक्ष के लोगों ने हंगामा कर दिया।
अफरोज को मार दी गोली
आरोप है कि कुछ लोग इकबाल के घर पहुंचे और उसकी पत्नी अफरोज के सीने में गोली मार दी, जिससे वह लहूलुहान हो गई। उसे एमसीसी हास्पिटल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। दो हत्याओं की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया। हापुड़ रोड पर बवाल की सूचना पर एसपी सिटी पीयूष सिंह, सीओ किठौर रूपाली राय, सीओ अरविंद चौरसिया और कई थानाें की फोर्स पहुंच गई। किसी तरह लोगों को शांत करते हुए दोनों के शवों को मर्चरी भेज दिया। वहां पर भी दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। वहां भी फोर्स केा तैनात कर दिया गया।
गांव में हंगामे की सूचना पर दौड़े अफसर
अस्पताल में जब दोनों घायलों की हो गई थी, तो उनके स्वजन भड़क गए थे। पुलिस से ही हाथापाई पर उतारू हो गए थे। शवों को भी नहीं ले जाने दिया जा रहा था। महिलाएं तो पुलिस की गाड़ी और एंबुलेंस के आगे ही लेट गई थीं। किसी तरह से उनको हटाया गया। उधर, गांव में भी बखेड़े की सूचना पर फोर्स दौड़ पड़ी थी। एसपी यातायात के साथ आरआरएफ को गांव में भेजा गया। दोनों पक्ष गाली-गलौज कर रहे थे। कुछ लोगों ने हमला करने का भी प्रयास किया तो पुलिस फोर्स ने उनको रोक दिया।
तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं
शुरुआत में तो बच्चों के खेलने को लेकर विवाद की बात कही जा रही थी। हालांकि बाद में चर्चा शुरू हुई कि एक पक्ष के बच्चे ने दुकान पर सामान लिया था। रुपये देने को लेकर बात शुरू हुई थी, जिसके बाद झगड़ा हो गया था। वहीं, कुछ लोगों का कहना था कि मेहराज और इकबाल पक्ष के बच्चे खेल रहे थे, तभी उन्होंने एक दूसरे पर थूकना शुरू कर दिया था। इस पर बात बिगड़ी थी। वहीं, कुछ लोगों का कहना था कि राहुल ने मेहराज को गोली मारने के बाद दूसरे पक्ष को फंसाने के लिए अपनी मां गोली मार दी थी।
बच्चों के विवाद को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हुआ था, जिसमें एक महिला और पुरुष की मौत हो गई। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। देर रात तक किसी भी पक्ष ने तहरीर नहीं दी थी। रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी
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