मेरठ के इस थाने को देख... नजरे नहीं हटा पाएंगे आप, देश के टॉप-10 सूची में शामिल करने की तैयारी
किसी थाने का नाम सामने आते ही लाल-पीली कोई पुरानी सी इमारत का दृश्य नजरों के सामने आ जाता है मगर यह टीपीनगर थाना है जनाब। आपकी सोच बदल देगा। मेरठ के एसएसपी इसकी तारीफ करते नहीं थकते हैं। इसे देश के 10 थानों में शामिल करने की तैयारी है।

मेरठ, जेएनएन। किसी थाने का नाम सामने आते ही लाल-पीली कोई पुरानी सी इमारत का दृश्य नजरों के सामने आ जाता है मगर, यह टीपीनगर थाना है जनाब। आपकी सोच बदल देगा। अभी कुछ महीनों पहले इसका आमूलचूल जीर्णोद्धार कर इसे वो रंग रूप दिया गया है कि आप हैरत में पड़ जाएंगे कि यह थाना है कि किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी का कारपोरेट आफिस। बहरहाल, एसएसपी अजय साहनी भी इस थाने का बखान करते नहीं थकते। वो कहते हैं, यह सभी के सहयोग का परिणाम है और अब देश के टाप-10 थानों में इसे शामिल करने की शासन से गुजारिश करेंगे।
बहरहाल, सन 1972 में बने टीपीनगर थाने का जीर्णोद्धार 2021 में करीब 12 लाख रुपये से किया गया। इसमें लोगों से भी सहयोग लिया गया। यह थाना भवन आवास विकास से किराये पर ली गई जमीन पर बना है। पूरा थाना वाई-फाई सेवा से लैस है, 16 सीसीटीवी कैमरों से आच्छादित इस पूरे थाने में कम्प्यूटर कनेक्टीविटी अंडरग्राउंड है। मालखाना तो कंप्यूटराइज्ड है ही, हवालात भी माडर्न और स्वच्छ है। आडियो सुविधा ऐसी कि पूरे स्टाफ को एक साथ सूचना दी जा सके। थाने का पूरा रिकार्ड कंप्यूटराइज्ड कर दिया गया है। शानदार महिला कक्ष, हेल्प डेस्क तो है ही, प्रसाधन व पेयजल के उम्दा इंतजाम भी हैं।
थाना प्रभारी रघुराज सिंह के अलावा यहां 13 दरोगा, 22 हेड कांस्टेबल, 65 कांस्टेबल, 12 महिला कांस्टेबल और 30 होमगार्ड कार्यरत हैं। इस थाने के अंतर्गत पांच पुलिस चौकी आती हैं।
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि टीपीनगर को माडल थाना बनाया गया है। इसे देश के टाप-10 थानों की सूची में भी शामिल करने की गुजारिश की गई है। मेरठ के बाकी थानों में भी टीपीनगर थाने जैसा काम करवाया जाएगा।
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