वर्ल्ड जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप: भारतीय टीम ने जीता रजत, मेरठ की रूपल भी टीम का हिस्सा, स्वजन खुश
Rupal Chaudhary भारतीय टीम का नेशनल रिकॉर्ड चार गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले में 32060 मिनट का था। इसे भारतीय मिक्स्ड रिले टीम ने 4 गुणा 400 मीटर दौड़ 31962 मिनट में पूरी कर नया रिकॉर्ड बनाया था और टीम फाइनल में पहुंची थी। टीम रजत जीतने में कामयाब रही।

मेरठ, जागरण संवाददाता। अंडर 20 जूनियर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में रजत पदक जीता है। इस टीम में मेरठ की रूपल भी शामिल हैं। भारतीय टीम ने अपनी दौड़ 3:17:76 मिनट में पूरी की। पहले स्थान पर अमेरिका की टीम रही जिसने अपनी दौड़ 3:17:69 मिनट में पूरी की। प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर जमैका की टीम रही।
रजत जीतने वाली टीम का हिस्सा बनने से रूपल के स्वजन खुश
मेरठ की रूपल पहली बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल हुई और पहली बार ही उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा। भारतीय टीम के रजत पदक जीतने से एथलेटिक जगत में खुशी की लहर दौड़ गई है। सभी उनके कोच विशाल सक्सेना व अभिभावकों को बधाई दे रहे हैं दौड़ में आगे बढ़ने की जिद ने ही रुपल को इस मुकाम तक पहुंचाया है।
जिद ने कामयाबी तक पहुंचाया
एक समय था जब परिवार के लोग उन्हें खेलकूद में जाने से रोकते थे लेकिन दौड़ने की जीत पर अड़ी रूपल ने पहले पिता को मनाया फिर धीरे-धीरे पूरा परिवार सहयोग देने लगा। उसी जिद ने उन्हें पहले राष्ट्रीय चैंपियन और अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता भी बना दिया है।
रूपल के साथ हैं श्रीधर, प्रिया मोहन और कपिल
भारतीय चार गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम में भरत श्रीधर, प्रिया मोहन, कपिल और मेरठ की रूपल शामिल हैं। यह टीम तीन जून को नाडियाड में आयोजित इंडियन अंडर-20 फेडरेशन कप में रूपल ने 400 मीटर की दौड़ 52:48 सेकेंड में पूरी कर प्रथम स्थान पर रही और इस साल की नेशनल चैंपियन भी बनी। इसके बाद 10 जून को चेन्नई में आयोजित नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी रूपल ने 400 मीटर की दौड़ 52:82 सेकेंड में पूरी कर प्रथम स्थान पर रही थी।
दिव्या से गोल्ड की आस
मुजफ्फरनगर,जागरण संवाददाता। मुजफ्फरनगर जिला निवासी पहलवान दिव्या काकरान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुकी हैं। बर्मिंघम कामनवेल्थ गेम्स में उनसे देश को गोल्ड मेडल की आस है। इन खेलों में प्रतिभाग करने के लिए दिव्या काकरान मंगलवार को पिता का आशीर्वाद लेकर बर्मिंघम के लिए रवाना हो गईं।
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