रैपिड रेल शुरू होने पर मेरठ में बेगमपुल पर और बढ़ेगा ट्रैफिक, यहां फुट ओवरब्रिज जरूरी, इसके निर्माण की फिर जगी आस
Meerut News : मेरठ के बेगमपुल पर रैपिड रेल शुरू होने से वाहनों और लोगों का दबाव बढ़ेगा। डीएम और एसएसपी ने निरीक्षण के दौरान फुट ओवरब्रिज की आवश्यकता म ...और पढ़ें

फुट ओवरब्रिज का प्रतीकात्मक फोटो
जागरण संवाददाता, मेरठ। अतिक्रमण से तंग होते बेगमपुल पर रैपिड रेल शुरू होने पर वाहनों व लोगों का दबाव और बढ़ेगा। ऐसे में यहां से निकलना मुश्किल हो जाएगा। वाहनों की संख्या बढ़ने से दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाएगी। डीएम डा. वीके सिंह व एसएसपी डा. विपिन ताडा ने रविवार रात बेगमपुल का निरीक्षण किया तो उन्होंने इन स्थितियों को परखा। कोहरे के दौरान जिस तरह वाहन दौड़ रहे थे और उनके बीच से लोग निकल रहे थे, उसे दोनों अधिकारियों ने बेहद खतरनाक माना। विमर्श हुआ तो दोनों अधिकारियों ने माना कि यहां फुट ओवरब्रिज बनना चाहिए। डीएम ने जल्द स्वीकृति दिलाने की बात कही।
उधर, इस प्रोजेक्ट बनने की बात आम हुई तो लोगों ने कहा, दस साल पहले भी फुट ओवरब्रिज बनने की बात कही गई थी। न जाने यह प्रोजेक्ट फिर कहां खो गया। अब व्यापारी व लोग कह रहे हैं, डीएम साहब... इस बार प्रोजेक्ट को जरूरी मान रहे हैं तो बस बनवा दीजिए।
दो दशक से जताई जाती रही है चिंता
बेगमपुल के हालात पर दो दशक से प्रशासनिक, पुलिस, मेरठ विकास प्राधिकरण व निगम स्तर पर चिंता जताई जाती रही है। व्यापारियों व लोगों की मांग पर कई योजनाएं तैयार हुई। बेगमपुल पर वाहनों की पार्किंग रोकने को योजना बनी कि आबूनाले को ऊपर से कवर कर यहां पार्किंग बनाई जाए। यहां एक खाली जमीन पर पार्किंग बनाने की विचार बना।
सेना की ए-1 श्रेणी की जमीन होने पर यहां पार्किंग बनाने का प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाया। आबू नाला सिंचाई विभाग के अधीन है। अधिकारियों के अनुसार, एनओसी नहीं मिलने से इसे कवर कर पार्किंग बनने का प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में चला गया। सपा सरकार में नगर विकास मंत्री आजम खान की पहल पर दयानंद नर्सिंग होम के सामने नाला कवर कर कुछ हिस्से पर पार्किंग बनाई गई। बाकी स्थानों पर नहीं बनी।
परिणाम सामने है, आज भी पुलिस चौकी के सामने व बेगमपुल से जीरो माइल तक वाहनों की लंबी कतार यहां देखी जा सकती है। रोडवेज व प्राइवेट बसों का यहां बस अड्डा बन गया है। ई-रिक्शा-टेंपो पूर दिन यहां खड़े रहते हैं। लोगों ने यहां फल, ठेले व कपड़ों की दुकान सड़क पर ही सजा ली है। 10 साल पहले यहां फुट ओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव भी तैयार हुआ था।
तय हुआ था कि आबूलेन पुलिस चौकी को यहां से हटाया जाएगा। शनि मंदिर के पास से फुट ओवरब्रिज बनाकर उसे डेरावाल ड्रेसर के यहां तक बनाया जाएगा। कुछ दिन चर्चा हुई और फिर प्रोजेक्ट फाइलों में खो गया। डीएम-एसएसपी के बीच रविवार को बनी सहमति के बाद फिर आस जगी है कि बेगमपुल पर फुट ओवरब्रिज आकार ले लेगा।
आबूलेन व्यापार संघ के अध्यक्ष आकाश खन्ना व महामंत्री सरदार राजबीर सिंह ने कहा कि, इस बार योजना बनी है तो इसे पूरा होना चाहिए। आने वाले दिनों में रैपिड रेल शुरू होने के बाद बेगमपुल भीड़ वाला बड़ा केंद्र होगा। यहां स्टेशन पर जिस तरह पूरी आधुनिक मार्केट को आकार दिया गया है, उसके बाद यहां लोगों का यहां आवागमन ज्यादा होगा।
अधिकारियों का दृष्टिकोण
डीएम डा. वीके सिंह का कहना है कि बेगमपुल पर फुट ओवरब्रिज के संबंध में छावनी बोर्ड के सीईओ, लोनिवि, सिंचाई विभाग व नगर निगम के अधिकारियों से बातचीत होगी। फुट ओवरब्रिज के लिए बजट की कोई दिक्कत नही है।
एसएसपी डा. विपिन ताडा ने कहा कि बेगमपुल पर वाहनों की संख्या बेहद ज्यादा है। यहां पैदल यात्री भी काफी संख्या में निकलते हैं। पैंठ बाजार, कचहरी रोड होने से भीड़ ज्यादा रहती है। ऐसे में सड़क पार करते समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। आने वाले दिनों में यहां रैपिड रेल शुरू होने पर भीड़ और बढ़ेगी। यहां पैदल यात्रियों को सुरक्षित रोड पार करने व दुर्घटना से बचाने को फुट ओवरब्रिज बनाने पर डीएम से बातचीत में सहमति बनी है।

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