जब यूपी बोर्ड की कॉपी जांच रहे 2 गुरुजी आपस में भिड़ गए, मारपीट की वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे
मेरठ में UP बोर्ड 2025 के मूल्यांकन के दौरान सनातन धर्म इंटर कॉलेज में दो शिक्षकों के बीच उत्तर पुस्तिका आवंटन को लेकर मारपीट हो गई। परीक्षक सुनील रुहेला ने डिप्टी हेड एग्जामिनर देवेंद्र सिंह पर उत्तर पुस्तिकाएं न देने का आरोप लगाया जिससे विवाद बढ़ गया। जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देश पर पर्यवेक्षक ने दोनों शिक्षकों को नोटिस जारी कर मूल्यांकन कार्य से मुक्त करने का निर्णय लिया।

जागरण संवाददाता, मेरठ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2025 के मूल्यांकन के दौरान सनातन धर्म इंटर कॉलेज सदर में बने मूल्यांकन केंद्र में दो शिक्षकों के बीच उत्तर पुस्तिकाओं के आवंटन को लेकर गुरुवार को मारपीट हो गई।
मूल्यांकन केंद्र पर 27 नंबर कमरे में डिप्टी हेड एग्जामिनर ने रखे हुए बंडल से भी जब परीक्षक के मांगने पर उत्तर पुस्तिका नहीं दी तो दोनों में कहां सुन के बाद मारपीट की नौबत आ गई। डीएचई के तौर पर किसान इंटर कॉलेज कंकरखेड़ा देवेंद्र सिंह तैनात हैं। वही परीक्षक के तौर पर गांधी स्मारक इंटर कॉलेज परीक्षितगढ़ के शिक्षक सुनील रुहेला उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं।
डीएचई पर लगाया आरोप
सुनील का आरोप है कि उनके पास जितनी उत्तरपुस्तिका थी, उनका मूल्यांकन करने के बाद उन्होंने डीएचई से अतिरिक्त उत्तर पुस्तिका मांगी लेकिन डीएचई ने उत्तर पुस्तिका देने से मना कर दिया। जबकि उत्तरपुस्तिका का बंडल उनके पास ही रखा था। इसी बात पर दोनों शिक्षकों में कहासुनी होने लगी और धीरे धीरे नौबत मारपीट तक पहुंच गई।
जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से सनातन धर्म इंटर कॉलेज सदर मूल्यांकन केंद्र के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक नारायण शरण अन्य शिक्षकों संग कक्ष में पहुंचे और झगड़ा शांत कराकर दोनों शिक्षकों को नोटिस जारी किया है। दोनों शिक्षकों को आगे के लिए मूल्यांकन कार्य से मुक्त किया जाएगा।
शिक्षकों की कविताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान
वहीं, बागपत में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक भी कविताओं के माध्यम से साहित्य की सेवा कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी कविताएं छाप छोड़ रही हैं। एक शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने कविताओं का संग्रह कर बिखरे मोती के नाम से किताब प्रकाशित की। किताब की सराहना हो रही है।
वैश्विक हिंदी संस्थान बोस्टन अमेरिका ने भारत की आजादी का अमृत महोत्सव को लेकर विश्वभर से भारत के संदर्भ में कविताएं आमंत्रित की थी। कई महीने के मंथन के बाद इस पुस्तक में प्रकाशन हेतु रचनाओं का चयन किया गया। इस संकलन में आठ देशों के 115 कवियों की 171 रचनाओं ने जगह बनाई थी।
इनमें उच्च प्राथमिक विद्यालय सिसाना की शिक्षिका ज्योति सागर, नीलम भास्कर व रीना रानी की कविताएं भी चुनी गईं और पत्रिका में छपीं। तीनों शिक्षिकाओं की कविताओं का फेसबुक के माध्यम से चयन हुआ था। पुस्तक के प्रधान संपादक डा. ओम प्रकाश गुप्ता ह्यूस्टन (यूएसए) में प्राध्यापक हैं। पुस्तक में कई देशों के कवियों की रचनाएं प्रकाशित हुईं।
एमेजोन पर उपलब्ध है पुस्तक
भारत काव्य पीयूष संकलन में भारत के गौरव को प्रकाशित किया गया है। संकलन में पाठक वेद पुराण साहित्य सहित भारतीयता एवं वीरता के विभिन्न आयामों से परिचित होंगे। यह पुस्तक एमेजोन पर भी उपलब्ध है।
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