UP Religious Conversion: बागपत में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म और मतांतरण पर तीन आरोपितों को भेजा जेल
बागपत में एक व्यक्ति ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि उसकी 15 वर्षीय बेटी को साढ़े तीन साल पूर्व संप्रदाय विशेष के युवक ने प्रेम जाल में फंसा लिया था। बाद में उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया और जबरन मतांतरण भी किया गया था।
बागपत, जागरण संवाददाता। बागपत में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म और मतांतरण के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित युवक और उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया। उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है। कोतवाली में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा।
यह है मामला
बागपत कोतवाली क्षेत्र के अनुसूचित जाति के व्यक्ति ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी 15 वर्षीय बेटी को साढ़े तीन साल पूर्व संप्रदाय विशेष के युवक शहजाद ने अपने प्रेम जाल में फंसा लिया था। शहजाद एक बच्ची का पिता है। व्यक्ति ने बताया कि उनकी बेटी के साथ शहजाद शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने लगा था। बेटी को डरा-धमकाकर कई बार शहजाद के साथी समीर और जन्नत ने दुष्कर्म किया। उसकी बेटी गर्भवती हो गई थी, लेकिन शहजाद ने शादी नहीं की।
बंधक बनाया था
दबाव बनाने पर शहजाद ने गत छह जुलाई को शादी करने के बहाने बेटी को अपने घर बुलाकर अपने स्वजन के साथ मिलकर बंधक बनाया। आठ जुलाई को शहजाद के भाई बिलाल और फरमान ने भी बेटी के साथ दुष्कर्म किया। तमंचे से आतंकित कर जान से मारने की धमकी दी गई। बेटी दस जुलाई को घर पर पहुंची। उस समय बेटी बहुत डरी हुई थी। तबीयत खराब होने पर दवाई लाकर दी।
जबरन किया गया मतांतरण
17 जुलाई को हालत बिगडऩे पर डाक्टर के पास ले जाने की जिद की तो बेटी ने रोते हुए घटना की जानकारी दी। अवगत कराया कि आरोपित शहजाद खाने में नींद की गोलियां डलवाता था। शादी के बहाने एक साल मतांतरण कराया। उसको जबरदस्ती गोवंश का मीट खिलाया गया। घटना में आरोपित शहजाद की माता गुलफ्सा और पिता हारुण ने साथ दिया है। कोतवाली प्रभारी एनएस सिरोही का कहना है कि इस मामले में नामजद सात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपित शहजाद के अलावा उसकी माता गुलफ्सा और पिता हारुण को रविवार सुबह गिरफ्तार कर अदालत में पेश। उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
शहजाद का होगा डीएनए टेस्ट
आरोपित शहजाद का डीएनए टेस्ट होगा। सीएचसी के चिकित्सक ने उसका डीएनए सैंपल लिया। जिसको जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
पंचायत में नहीं हुआ कोई निर्णय
इस मामले में पंचायत हुई थी,लेकिन पंच कोई निर्णय नहीं निकाल पाए थे।