एनकाउंटर स्पेशलिस्ट… IPS प्रशांत कुमार की पत्नी रह चुकी हैं डीएम, अफसरों के लिए लकी रहा मेरठ जोन
उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाए गए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माना जाता है। मेरठ जोन में उनकी तैनाती के दौरान सबसे ज्यादा एनकाउंटर हुए थे। वर्ष 90 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार करीब तीन साल तक मेरठ जोन में एडीजी जोन के पद पर तैनात रहे। उनकी तैनाती के दौरान ही पश्चिमी यूपी में सबसे अधिक बदमाशों के एनकाउंटर हुए थे।

जागरण संवाददाता, मेरठ। उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाए गए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माना जाता है। मेरठ जोन में उनकी तैनाती के दौरान सबसे ज्यादा एनकाउंटर हुए थे।
वर्ष 90 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार करीब तीन साल तक मेरठ जोन में एडीजी जोन के पद पर तैनात रहे। उनकी तैनाती के दौरान ही पश्चिमी यूपी में सबसे अधिक बदमाशों के एनकाउंटर हुए थे। बदमाश उनके नाम से खौफ खाते थे। इसके अलावा वे वर्ष 2007 में डीआईजी रेंज के पद पर भी रह चुके हैं।
पत्नी डिंपल वर्मा रह चुकीं बुलंदशहर की डीएम
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार की पत्नी और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डिंपल वर्मा मेरठ के पड़ोसी जनपद बुलंदशहर की डीएम रह चुकी हैं।
आईपीएस अफसरों के लिए लकी रहा मेरठ
आईपीएस अफसरों के लिए मेरठ लकी रहा है। मेरठ जिले में 90 के दशक में एसएसपी रहे बृजलाल भी डीजीपी के पद तक पहुंचे हैं। मेरठ के एसएसपी रहे दूसरे आईपीएस मुकुल गोयल भी उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के पद तक पहुंचे हैं।
मेरठ में ही तैनात रहे डीआईजी व पुलिस महानिरीक्षक डाॅ. विक्रम सिंह भी डीजीपी के पद तक पहुंचे हैं। इसके अलावा, भी कई अन्य अधिकारी रहे हैं, जिनकी मेरठ में तैनाती रही और वह पुलिस के सर्वोच्च पद पर पहुंचे हैं।
इनमें एएसपी के रूप में मेरठ में पहली तैनाती पाने वाले एके जैन यानी अरविंद कुमार जैन भी डीजीपी पद तक पहुंचे हैं। वहीं, मेरठ में एएसपी रहे असीम अरुण एडीजी के पद तक पहुंचे और वर्तमान में वे प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।
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