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    UP Air Pollution: सर्दी नहीं पॉल्यूशन है! भीषण गर्मी में छाई धुंध, यूपी में सबसे प्रदूषित बना ये शहर

    Updated: Thu, 15 May 2025 09:38 PM (IST)

    मेरठ में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है जहां पीएम 10 की मात्रा 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक दर्ज की गई। शहर में खुदी सड़कें कूड़े के ढेर में आग और धूल भरी हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। मेरठ प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।

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    अरे भीषण गर्मी में छायी प्रदूषित धुंध, प्रदेश में सबसे प्रदूषित मेरठ

    जागरण संवाददाता, मेरठ। जगह - जगह खुदी पड़ी सड़कें और कूडों के ढेरों में लगी आग से उठ रहे धुएं ने शहर में लोगों को सांस पर संकट खड़ा कर दिया है। गुरुवार को तड़के सुबह प्रदूषण की ऐसी धुंध छायी रही मानो दिसंबर और जनवरी हो। सबसे गंभीर बात यह है यह प्रदूषित कणों का जमाव दिन चढ़ने के साथ हुआ है।

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    चिलचिलाती धूप के बीच गुरुवार दोपहर पीएम 10 की मात्रा 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गई। मेरठ प्रदेश में सबसे अधिक प्रदूषित रहा। वहीं देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित प्रथम चार शहरों में शामिल रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा शाम चार बजे जारी सूची में मेरठ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 313 रिकार्ड किया गया।

    गढ़ रोड और दिल्ली रोड में लंबे समय से सड़कें खुदी पड़ी हैं। न यहां पर पानी का छिड़काव हो रहा है न ही बड़े निर्माण कार्यों को ढ़क कर किया जा रहा है। लोहिया नगर, मुकुट महल के पीछे, कैंट में डंपिंग ग्राउंड में लगातार आग लगने घटनायें सामने आ रही हैं।

    शाम को पीएल शर्मा जिला अस्पताल, बुढ़ाना गेट से इंद्रा चौक जाने वाली व्यस्त सड़क, दिल्ली रोड, गंगानगर, पल्लवपुरम जैसी सघन आबादी वाली कालोनियों में कूड़े के ढ़ेर में आग लगी देखी जा सकती है। प्लास्टिक आदि कबाड़ के जलने से निकलने वाला जहरीला धुआं लोगों की जिंदगी के दिन कम कर रहा है।

    बावजूद इसके नगर निगम और अन्य सरकारी एजेंसियां आंख मूंदे हुए हैं। जयभीम नगर में बुधवार की रात दो बजे से गुरुवार को सुबह 10 बजे तक पीएम 2.5 की मात्रा 480 से उच्चतम सीमा 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। इसके बाद दोपहर दो बजे तक 350 और 370 के बीच रहा। पल्लवपुरम और गंगा नगर में भी कमोबेश यही स्थिति रही। पीएम 2.5 की मात्रा तुलनात्मक रूप से कम रही।

    पर्यावरण विद अनुप्रिया शर्मा ने बताया कि मौसम शुष्क है और धूल भरी हवाएं चल रही हैं। कोई मौसमीय सिस्टम सक्रिय न होने से ऊपरी वायुमंडल शांत है। प्रदूषित कणों का फैलाव नहीं हो पा रहा है। यह स्थिति 17 मई तक बनी रह सकती है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 39.9 और न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

    प्रदेश में सबसे प्रदूषित शहर

    • मेरठ 313
    • नोएडा 376
    • मुजफ्फरनगर 260
    • मुजफ्फरनगर 260