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    बुलंदशहर में बिना लाइसेंस घेर में चल रहा था आतिशबाजी का कारखाना, एक आरोपित मौके से गिरफ्तार, दो फरार

    By Taruna TayalEdited By:
    Updated: Fri, 02 Apr 2021 09:24 PM (IST)

    सिकंदराबाद में पुलिस ने एक सूचना के आधार एक घेर में छापेमारी की जहां यहीं के निवासी नरेश यादव के घेर में आतिशबाजी की अवैध फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस के मुताबिक छापेमारी के दौरान कुछ लोग टाटा मैजिक वाहन में आतिशबाजी के कार्टून लाद रहे थे।

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    बुलंदशहर में पुलिस द्वारा पकड़ी गई आतिशबाजी

    बुलंदशहर, जेएनएन। सिकंदराबाद के मोहल्ला सराय झाझन में बिना लाइसेंस के चल रहे आतिशबाजी के अवैध कारखाने का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस ने मौके से एक वाहन समेत भारी मात्रा में आतिशबाजी व उसे बनाने के उपकरण बरामद किए हैैं। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो फरार हैं। 

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    शुक्रवार को नगर क्षेत्र के मोहल्ला सराय झाझन में पुलिस ने एक सूचना के आधार एक घेर में छापेमारी की थी, जहां यहीं के निवासी नरेश यादव के घेर में आतिशबाजी की अवैध फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस के मुताबिक छापेमारी के दौरान कुछ लोग टाटा मैजिक वाहन में आतिशबाजी के कार्टून लाद रहे थे। पुलिस को देखकर काम कर रहे सभी लोग मौके से भाग गए, जबकि एक आरोपित विक्रांत पुत्र अमर सिंह को पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। पुलिस को मौके से 15 कार्टून मिले। जिनमें 2688 पीस पटाखे, प्लास्टिक के कट्टे में बारूद, पोटाश, 5 सौ पीस बंब, फ्यूज वायर रखे थे। इसके अलावा बिना मार्का की अलग कलर की 11 मशीनें व एक टाटा मैजिक भी मिली है। पुलिस ने ई-चालान एप के माध्यम से टाटा मैजिक सीज कर दी। पुलिस ने आरोपित विक्रांत, अनुराम भाटी व राजकुमार निवासीगण मोहल्ला यमुनापुरम थाना कोतवाली के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम में रिपार्ट दर्ज की है। पुलिस ने विक्रांत को जेल भेज दिया, जबकि फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। बरामद आतिशबाजी शादी व पार्टियों में इस्तेमाल के लिए बनाई जा रही थी।

    घेर मालिक को बचाने में जुटी पुलिस

    जिस घेर में बिना लाइसेंस के आतिशबाजी का कारखाना चल रहा था, उसके मालिक नरेश यादव को पुलिस बचाने में जुटी है। पुलिस ने मुकदमे में उसे अभी आरोपित नहीं बनाया है। इस संबंध में कोतवाल जयकरण ङ्क्षसह का कहना था कि नरेश ने आतिशबाजी बनाने के लिए अपना घेर किराये पर दे रखा था। किराये पर देते समय नरेश ने लाइसेंस की जांच की थी या नहीं इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद नरेश को भी मुकदमे में आरोपित बनाया जाएगा।