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    मेरठ साउथ स्टेशन पर खड़ी लावारिस बाइक का मालिक कौन? बम निरोधक और डॉग स्क्वायड दस्ते की जांच में थी मिली

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 07:20 PM (IST)

    दिल्ली में बम धमाके के बाद मेरठ में हाई अलर्ट है। मेरठ साउथ स्टेशन पर चार दिन से खड़ी लावारिस बाइक मिलने से सनसनी फैल गई। बम निरोधक दस्ते ने जांच की और बाइक को पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन 12 घंटे बाद भी मालिक का पता नहीं चल पाया है। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।

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    जागरण संवाददाता, मेरठ। दिल्ली में बम धमाके के बाद अलर्ट मोड पर चल रही खुफिया एजेंसी व पुलिस की कार्यप्रणाली अभी भी उदासीनता से घिरी है। बम धमाके के बाद एनसीआर को बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। बावजूद इसके यहां सतर्कता व जांच केवल औपचारिकता बन गई है।

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    गुरुवार को मेरठ साउथ स्टेशन पर औचक जांच को पहुंची बम व डाग स्कवायड टीम को पता चला, यहां चार दिन से एक बाइक खड़ी है। उसे कोई लेने नहीं आया है। चौंकते हुए टीम ने बारीकी से बाइक की जांच की। इसके बाद उसे परतापुर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस की कार्यप्रणाली देखिए, बाइक का थाने में लावारिस में दाखिला कर पुलिस ने कार्यवाही की इतिश्री कर दी। 12 घंटे बाद पुलिस यह नहीं पता लगा पाई कि बाइक का मालिक कौन है और क्यों इसे इतने दिन तक पार्किंग में छोड़ा गया।

    गुरुवार दोपहर नमो भारत के मेरठ साउथ स्टेशन पर सीओ एलआइयू, बम, डाग स्कवायड व परतापुर थाना पुलिस के साथ पहुंचे। स्टेशन, रेलवे ट्रैक, व वाहनों की टीम ने जांच की। स्टेशन पर संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर उनकी आइडी चेक की गई। बम व डाग स्क्वायड ने स्टेशन के हर कोने को बारीकी से जांचा।

    बाद में टीम ने स्टेशन के नीचे बनी पार्किंग की जांच की। यहां चौपहिया व दुपहिया वाहन कब आए ? इस रिकार्ड की जांच की गई तो पता चला दो बाइक लंबे समय से यहां खड़ी है। टीम ने तत्काल दोनों बाइक को संदिग्ध माना। बम व डाग स्कवायड ने इसकी बारीकी से जांच की। बाइक में कोई विस्फोटक या आपत्तिजनक सामान नहीं मिलने पर सभी ने राहत की सांस ली। इसी बीच पता चला कि एक बाइक पार्किंग ठेकेदार की है। दूसरी बाइक का मालिक कौन है ?

    इसका पार्किंग रिकार्ड से पता नहीं चल पाया। तत्काल बाइक परतापुर पुलिस ने कब्जे में लेकर थाने भिजवा दी। इंस्पेक्टर सतवीर सिंह को जांच कर मालिक का पता लगाने को कहा गया। इस बारे में देर रात तक जब इंस्पेक्टर से बाइक मालिक की जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया कि अभी उसका पता नहीं चल पाया है।

    शुक्रवार को जांच कराएंगे। फिलहाल जो माहौल है, उसमें पुलिस की यह कार्यप्रणाली चौंकाने व उदासीनता भरी है। चेसिस व इंजन नंबर से तत्काल बाइक मालिक का पता लगाया जा सकता है। उधर, बम व डाग स्क्वायड ने शहर के विभिन्न चौराहों पर खड़े चौपहिया व दुपहिया वाहन की जांच की। स्टेशन के आसपास के क्षेत्र की भी जांच की गई। बाद में टीम ने कैंट, सिटी रेलवे स्टेशन, भैंसाली बस अड्डा, सदर बाजार, आबूलेन, कंकरखेड़ा के हाईवे स्थित होटल जाकर जांच की। यहां ठहरने वाले लोगों की आइडी की जांच कर पूछताछ की।