सुरेश रैना के फूफा की हत्या करने वाला गिरोह सक्रिय, बड़ी वारदात की आशंका Saharanpur News
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी सुरेश रैना के फूफा और फुफेरे भाई की हत्या करने वाला गैंग सहारनपुर में एक्टिव है। इस गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने खुलासा किया। जिसमें कई बात सामने आईं। पुलिस को आशंका है कि कोई बड़ी वारदात हो सकती है।
सहारनपुर, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी सुरेश रैना के फूफा और फुफेरे भाई की अगस्त-2020 में हत्या करके डकैती डालने वाला छयमार गिरोह के कई लोग जिले में सक्रिय भूमिका में है। जिनकी तलाश एसओजी और सर्विलांस की टीम कर रही है। हालांकि एसओजी ने एक इनामी आरोपित को गिरफ्तार करके मंगलवार को जेल भेज दिया है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो पंजाब में की गई इस वारदात के दोनों फरार मुख्य आरोपितों को भी एसओजी जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी।
दरअसल, पंजाब के पठानकोट जिले के शाहपुरकंडी थानाक्षेत्र के गांव थरियाल निवासी अशोक कुमार क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा थे। अशोक कुमार 22 अगस्त की रात अपने बेटे कौशल कुमार के साथ अपने घर में सो रहे थे। इसी रात छयमार गिरोह के बदमाश अशोक कुमार के घर में घुस गए। यहां पर अशोक कुमार और उनके बेटे कौशल की हत्या करके डकैती की वारदात को अंजाम दिया। सहारनपुर पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे गंगोह निवासी साजन उर्फ आमीर को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
साजन से पूछताछ में राजफाश हुआ है कि अभी इस वारदात में शामिल राशिद और छज्जू नाम के दो बदमाश और फरार है। यह बदमाश छयमार गिरोह चलाते है। पुलिस का कहना है कि राशिद और छज्जू की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी जा रही है। आरोपित डेरों में रहते हैं। दबिश पड़ने के डर से डेरों के स्थान बदलते रहते हैं। मंगलवार की देर रात भी देवबंद, गंगोह, सरसावा आदि कई स्थानों पर राशिद और छज्जू को पकड़ने के लिए एसओजी प्रभारी जयवीर ने दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
जिले में बड़ी वारदात करने की आशंका
पुलिस को गुप्त सूचना मिल रही है कि छयमार गिरोह के सदस्य जिले में किसी रात बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए छयमार गिरोह के बदमाशों को पकड़ने के लिए एसएसपी ने पुलिस की कई टीमों को लगाया है। बुधवार की रात भी कई स्थानों पर इस गिरोह को पकड़ने के लिए दबिश दी जाएगी।
विरोध में गिरोह सीधे करता है हत्या
एसएसपी डा. एस चन्नपा ने बताया कि छयमार गिरोह की कमर तोड़ने के लिए पुलिस की टीमों को लगाया हुआ है। यह गिरोह जब वारदात करता है और उसका कोई विरोध कर देता है तो सीधे हत्या कर देते हैं। आरोपित लाठी डंडों से पीट-पीटकर ही हत्या कर देते हैं। इनके पास कोई पिस्टल, तमंचे नहीं होते हैं। यह अपना हथियार डंडों को ही अधिकतर बनाते हैं।