टीईटी अनिवार्यता के विरोध में देशभर के शिक्षक संगठन दिल्ली में करेंगे आंदोलन
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की अनिवार्यता के विरोध में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के शिक्षक संगठन एकजुट हो गए हैं। दिल्ली में हुई बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनी जिसमें मेरठ मंडल के शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया। बैठक में देशव्यापी आंदोलन की योजना बनाई गई जिसकी तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। इसका उद्देश्य शिक्षक हितों की रक्षा करना है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की अनिवार्यता के विरोध में उत्तर प्रदेश के साथ अन्य प्रदेशों के शिक्षक संगठन भी एकजुट हो गए हैं। रविवार को राष्ट्रीय स्तर पर कंस्टीट्यूशनल क्लब नई दिल्ली में उत्तर प्रदेश के शिक्षक नेताओं ने अन्य प्रदेशों के शिक्षक संगठनों के साथ बैठक कर आंदोलन की रणनीति तैयार की। बैठक में मेरठ मंडल के साथ जिले के प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया।
बैठक सुबह 11.30 बजे से ढाई घंटे तक चली। बैठक में झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान व मध्य प्रदेश के शिक्षक संगठनों के भी प्रतिनिधि शामिल हुए। उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष डा. दिनेश चंद्र शर्मा व प्रांतीय महामंत्री संजय सिंह ने नेतृत्व किया।
बैठक में शिक्षक हितों के लिए संघर्ष की तैयारी की गई। मेरठ मंडल के सभी जिलाध्यक्ष, मंत्री व मंडल के ब्लाकों के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इनमें मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष राकेश तोमर, मंत्री सविता शर्मा, प्रवीण शर्मा, राकेश यादव, राजकुमार शर्मा व शैलेंद्र चौधरी समेत मेरठ मंडल के सभी जिलों के पदाधिकारी सम्मिलित हुए।
जिलाध्यक्ष राकेश तोमर ने बताया कि बैठक में देशव्यापी आंदोलन की रणनीति तैयार की गई है। निर्णय लिया गया कि पूरे देश के शिक्षक संगठन एवं अध्यापक दिल्ली में एकत्र होकर जल्दी बड़ा आंदोलन करेंगे, जिसका स्थान और तिथि शीघ्र घोषित की जाएगी।
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