Swami Rambhadracharya: 'मैं सत्ता या विपक्ष का नहीं...', स्वामी रामभद्राचार्य ने भारत-पाक के मैच पर क्या कहा?
मेरठ में स्वामी रामभद्राचार्य की राम कथा संपन्न हुई। उन्होंने कहा वे किसी दल के नहीं राम के पक्षधर हैं। भारत को पाकिस्तान से क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने भारतीय संस्कृति में शूद्रों के महत्व पर प्रकाश डाला और जातिवाद को समाज के लिए विष बताया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया और पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में मिलाने की बात कही। कथा में कई विधायक उपस्थित थे।

जागरण संवाददाता, मेरठ। भामाशाह मैदान में रविवार को पद्म विभूषण स्वामी रामभद्राचार्य की राम कथा का समापन हुआ। सातवें दिवस तुलसी पीठाधिश्वर संत ने कहा उन्हें सत्ता पक्ष या विपक्ष का न समझा जाए। राम जी का पक्ष ही मेरा पक्ष है।
कहा भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच नहीं खेलना चाहिए। कहा मुझे विपक्षी मान कर पाप मत लीजिए। मैं प्रत्येक हिंदू का पक्षधर हूं। वह जो राम कृष्ण को मानता है तुलसी की पूजा करता है गंगा जी मानता है। भारत माता को माता कहता है।
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा भारतीय संस्कृति में शूद्र को कहीं भी छोटा नहीं कहा गया। शबरी के जूठे बेर खाये और उन्हें मां कहकर संबोधित किया। शूद्र का अर्थ है जिस पर भगवान की विशेष कृपा हो।
तुलसी पीठाधीश्वर ने कहा अगर भारतीय संस्कृति का अध्ययन कर लिया जाए तो कोई आपसी झगड़ा कभी नहीं होगा। भारत में जातियां थी लेकिन जातिवाद नहीं था। यह विष बाद में समाज में घोला गया। कहा 66 प्रतिशत महिला और 33 प्रतिशत आरक्षण पुरुष को होना चाहिए। महाराज ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पढ़ लिखा अच्छा इंसान बताया।
रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि इस्लाम धर्म में महिलाओं की जितनी दुर्गति है उतनी कहीं नहीं। 25 - 25 बच्चे पैदा करना और तीन - तीन विवाह करने की मान्यता इस्लाम में है। कहा बच्चियों को उच्च शिक्षा दें लेकिन कान्वेंट स्कूल में न भेंजे। जयंत द्वारा देवी सीता के चरणों में चोंच मारने का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि हर पति कर्तव्य है कि वह अपनी पत्नी की रक्षा करने करे।
कथा का समापन भगवान राम के अयोध्या पहुंचने और उनके राजतिलक से हुआ। स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि वह भगवान राम से दक्षिणा के रूप में तीन चीजें मानते हैं। भारत की अर्थव्यवस्था विश्व में नंबर एक हो।
चीन द्वारा कब्जायी गई भूमि भारत को वापस मिले। पाक अधिकृत कश्मीर का भारत में विलय हो। कथा का आयोजन समिति द्वारा किया गया। कथा का आयोजन द्विव्य शक्ति ट्रस्ट द्वारा किया गया। विधायक अमित अग्रवाल, नीरज मित्तल, ऋषि शर्मा आदि मौजूद रहे।
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