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STF ने मेरठ से कलीम को हिरासत में लिया, ISI के लिए कई सालों से कर रहा था काम; पाकिस्तान की जेल में भी रहा

पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर शामली आए युवक को एसटीएफ मेरठ अपने साथ ले गई। टीम ने उसके बड़े भाई और नशा व हथियार तस्कर की तलाश में करीब तीन घंटे तक छापेमारी की। 20 घरों की छतों को खंगाला। टीम में शामिल महिला पुलिसकर्मियों ने मस्जिद में लगे सीसीटीवी देखे। वहीं स्वजन का कहना है कि अभी तक युवक की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyPublished: Thu, 17 Aug 2023 01:51 PM (IST)Updated: Thu, 17 Aug 2023 01:51 PM (IST)
STF ने मेरठ से कलीम को हिरासत में लिया, ISI के लिए कई सालों से कर रहा था काम

जागरण संवाददाता, शामली: पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर शामली आए युवक को एसटीएफ मेरठ अपने साथ ले गई। टीम ने उसके बड़े भाई और नशा व हथियार तस्कर की तलाश में करीब तीन घंटे तक छापेमारी की। 20 घरों की छतों को खंगाला। टीम में शामिल महिला पुलिसकर्मियों ने मस्जिद में लगे सीसीटीवी देखे। वहीं, स्वजन का कहना है कि अभी तक युवक की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

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स्पेशल टास्क फोर्स के हत्थे चढ़ा कलीम अहमद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़ा था। आइएसआइ एजेंट दिलशाद मिर्जा से कलीम अहमद के संबंध मिले हैं।

2019 से आइएसआइ के लिए कर रहा था काम

एसटीएफ के एसपी बृजेश सिंह ने बताया कि शामली के गोला कुआं कस्बे से बुधवार को पकड़ा गया कलीम अहमद 2019 से आइएसआइ के लिए काम कर रहा था। कलीम के संबंध आइएसआइ एजेंट दिलशाद मिर्जा से पाए गए हैं।

कलीम ने दिलशाद को मेरठ के रेलवे स्टेशन से लेकर सुरक्षा के कई प्वाइंटस के फोटो भेजे थे। कलीम की वाट्सएप चैट में भी दिलशाद मिर्जा को भेजी गई कई गोपनीय जानकारियां मिली हैं। एसटीएफ कलीम से मेरठ में पूछताछ कर रही है।

बदा दें जुलाई 2022 में कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नोकुआं रोड निवासी नफीस, पत्नी अमीना और पुत्र कलीम पाकिस्तान में रिश्तेदार के घर गए थे। लौटते समय पाकिस्तान कस्टम विभाग ने पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। आरोप साबित नहीं होने पर 10 अगस्त को तीनों को रिहा कर दिया गया था। 12 अगस्त को वह अपने घर आ गए थे।

नहीं मिला कलीम के भाई का कोई सुराग

बुधवार दोपहर साढ़े 12 बजे एसटीएफ मेरठ ने मोहल्ला नोकुआं में बर्फखाने वाली गली में छापेमारी की। पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर आए कलीम को पकड़ लिया। इसके बाद टीम ने कलीम के बड़े भाई तहसीम के आवास पर छापेमारी की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका।

मोहल्ले वालों के अनुसार, करीब तीन घंटे तक टीम गली में रही और 20 घरों के छतों पर पहुंचकर खंगाला। इसके अलावा टीम में शामिल महिला पुलिसकर्मियों ने मस्जिद में लगे सीसीटीवी खंगाले है।

कलीम के स्वजन ने बताया कि पाकिस्तान की जेल से रिहा होने के बाद युवक अपने घर में ही था। बुधवार को पुलिस पहुंची और उसको ले गई। पुलिसकर्मियों ने पूछताछ के बाद छोड़ने की बात कही थी, लेकिन अभी तक कलीम का कोई सुराग नहीं लग सका।


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