UP में वंदेभारत की चपेट में आने से नायक की मौत, पुलिस आधा घंटे तक सीमा विवाद में उलझी रही
कंकरखेड़ा रेलवे फाटक के पास वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से 510 आर्मी वर्कशॉप के नायक सकलानंद ध्यानी की मृत्यु हो गई। घटना के बाद जीआरपी और कंकरखेड़ा पुलिस के बीच सीमा को लेकर विवाद हुआ। बाद में, कंकरखेड़ा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नायक की मौत से परिवार में शोक का माहौल है।

जागरण संवपाददाता, मोदीपुरम। कंकरखेड़ा रेलवे फाटक के पास पोल संख्या 72/11 के पास वंदेभारत की चपेट में आने से 510 आर्मी वर्कशाप में तैनात नायक की मौत हो गई। मौके पर पहुंची जीआरपी व कंकरखेड़ा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने का प्रयास किया। काफी देर बाद नायक की पत्नी मौके पर पहुंची और उन्होंने अपने पति के रूप में शव की पहचान की। इसके बाद थाना कंकरखेड़ा और जीआरपी में सीमा को लेकर विवाद हो गया। बाद में कंकरखेड़ा पु़लिस ने पंचनामा भरकर शव मर्चरी भेजा।
मूलरूप से लैंसडाउन कोटद्वार उत्तराखंड़ निवासी 48 वर्षीय सकलानंद ध्यानी पुत्र सचदानंद ध्यानी 510 आर्मी वर्कशाप में नायक के पद पर तैनात थे। रविवार रात वह कंकरखेड़ा मार्केट से सब्जी व अन्य सामान खरीदकर पैदल ही वापस वर्कशाप जा रहे थे। जैसे ही वह कंकरखेड़ा रेलवे फाटक पर पोल संख्या 72/11 के पास पहुंचे तभी वह वंदेभारत ट्रेन की चपेट में आ गए।
नायक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद वहां आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। जीआरपी और कंकरखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सेना के जवान भी वहां पहुंच गए। कुछ देर बाद नायक की पत्नी भी घटना स्थल पर पहुंच गई और उन्होंने अपने पति के रूप में शव की पहचान की।
वहीं, सीमा विवाद को लेकर जीआरपी और कंकरखेड़ा थाना पुलिस आपस में उलझ गई। दोनों थानों की पुलिस में करीब आधा घंटे तक विवाद होता रहा। बाद में कंकरखेड़ा थाना पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर मर्चरी भिजवाया। थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह का कहना है कि वंदेभारत ट्रेन की चपेट में आने से नायक की मौत हुई है। शव को मर्चरी में भिजवा दिया है। उधर, नायक की मौत से स्वजन रो-रोकर बेहाल है।

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