एक घर में सांप ही सांप... आखिर कहां से आ रहे? 52 Snake निकलने से दहशत में लोग और गांव वाले
Meerut News मेरठ के समौली में एक परिवार के घर में 50 से अधिक सांप निकलने से दहशत फैल गई। परिवार ने सांपों को मारकर गड्ढे में दबा दिया। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार ये पानी वाले सांप हैं और जहरीले नहीं होते पर संरक्षित जीव हैं। वन विभाग मामले की जाँच कर रहा है।

संवाद सूत्र, जागरण. लावड़/मेरठ। दौराला थाना क्षेत्र के समौली गांव निवासी महफूज सैफी के घेर में रविवार को एक के बाद एक कई सांप निकलने से परिवार में दहशत फैल गई। स्वजन ने किसी तरह सांप मारकर उन्हें दबा दिया, लेकिन देर रात तक भी सांपों के निकलने का सिलसिला जारी रहा।
महफूज ने बताया कि रविवार को वह अपने घेर में गया तो उसने एक सांप देखा। सांप लगभग एक से डेढ़ फीट का था। देखते ही देखते सांप निकलने शुरू हो गए। बताया कि रात नौ बजे तक लगभग 52 सांप निकल चुके थे, जिन्हें वह मारकर गड्ढे में दबा चुके थे। सांप कहां से आए इसको लेकर उन्हें जानकारी नहीं है।
संरक्षित वन्य जीव को मार कर गढ्ढे में दबाया
बताया कि उन्होंने इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों को भी जानकारी नहीं दी है। सांप निकलने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। पर्यावरणम संस्था के अध्यक्ष और सर्प विशेषज्ञ आदित्य तिवारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह पानी वाला सांप (चेकर्ड कीलबैक वाटर स्नेक) प्रतीत हो रहा है। यह जहरीला नहीं होता है। एक स्वस्थ्य मादा 40 से 50 अंडे दे सकती है। इनका रेस्क्यू किया जाना चाहिए, जिसके लिए सुरक्षित दूरी से इन पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
समौली में एक से दो मादा के अंडे दिए जाने की संभावना है, इसलिए यहां इतनी बड़ी संख्या में सांप मिले है। जिस जगह यह सांप होता है वहां पर इनके पनपने की खासी संभावना रहती है।
डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि सांप वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित जीव है। मामले की जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी। बताया कि सांप समेत किसी भी वन्यजीव को लेकर सूचना वन विभाग केे किसी भी अधिकारी को देनी चाहिए।
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