Salute to Bravery of Army : शौर्य रन-1.0 में जोश और उमंग के साथ दौड़े विद्यार्थी... उमड़ा देशभक्ति की सैलाब
शौर्य रन-1.0 में विद्यार्थियों ने जोश और देशभक्ति के साथ भाग लिया। इस दौड़ का उद्देश्य युवाओं में सेना के प्रति सम्मान और देशभक्ति की भावना को बढ़ाना ...और पढ़ें

कुलवंत सिंह स्टेडियम में आयोजित शौर्य रन-1.0 में शामिल विद्यार्थी व सैन्य अधिकारी। जागरण
जागरण संवाददाता, मेरठ। पश्चिम यूपी सब एरिया की ओर में सेना के शौर्य, फिटनेस व राष्ट्रभक्ति को समर्पित शौर्य रन-1.0 का सफल आयोजन शुक्रवार सुबह कुलवंत सिंह स्टेडियम छावनी में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नई पीढ़ी को सेना के साहस, अनुशासन और फिटनेस संस्कृति से जोड़ना रहा। विभिन्न स्कूलों के लगभग 500 छात्र-छात्राओं (278 बालक, 210 बालिकाएं) सहित 150 सैनिकों ने दौड़ में हिस्सा लिया।

दौड़ का शुभारंभ स्टेशन कमांडर और दीप्ति जीओसी ब्रिगेडियर निखिल देशपांडे ने फ्लैग-ऑफ कर किया। बालकों की 15–18 वर्ष आयु वर्ग के लिए 5 किमी, बालिकाओं के लिए 2.5 किमी, जबकि सैनिकों के लिए 7.5 किमी दौड़ रखी गई। धावकों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लेते हुए फिटनेस, साहस और देशभक्ति का संदेश दिया। मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के कुलपति मेजर जनरल दीप अहलावत (सेवानिवृत्त), पश्चिम यूपी सब एरिया मुख्यालय के जनरल आफिसर कमांडिंग मेजर जनरल सुमित राणा, आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के कमांडेंट मेजर जनरल लक्ष्मीकांत मादरेवर, 32 ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर महेन्द्र कुमार ने विजेताओं को ट्रॉफी और पदक प्रदान कर सम्मानित किया।
पहले शौर्य रन में रोलिंग ट्राफी मेरठ पब्लिक स्कूल ग्रुप को मिली। बालक वर्ग की रोलिंग ट्राफी एमपीएस मेन विंग और बालिका वर्ग की रोलिंग ट्राफी एमपीएस वेदव्यासपुरी टीम ने जीता। इस अवसर पर सेना अधिकारियों ने घोषणा की कि शौर्य रन को प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने की योजना है, ताकि युवा खिलाड़ियों में फिटनेस, अनुशासन और देशभक्ति की भावना निरंतर विकसित होती रहे। स्टेडियम सैनिकों और युवाओं के जयघोष से गूंज उठा। दौड़ के अंत में सभी प्रतिभागियों ने सेना के शौर्य को सलाम करते हुए ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।
जिंदगी हर कोई जी लेता है, ऐसे जीओ को मिशाल बन जाए : दीप अहलावत
मेजर जनरल दीप अहलावत (सेनि.) ने कहा कि मेरठ की धरती 1857 की क्रांति की जन्मस्थली रही है। आज मेजर जनरल सुमित राणा द्वारा आयोजित यह आयोजन खेलों की नई क्रांति का स्वरूप लिए हुए है, ऐसे कार्यक्रम युवाओं में ऊर्जा, अनुशासन और देशभक्ति का भाव जगाते हैं। कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी खेलों को शिक्षा के समान महत्व देती है, क्योंकि खेल केवल पदकों के लिए नहीं, बल्कि अनुशासन, टीमवर्क, आत्मविश्वास और सहनशीलता सिखाने के लिए होते हैं।
कुलपति ने कहा कि मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के द्वार छात्रों और सेना के लिए सदैव खुले रहेंगे। चाहे प्रशिक्षण हो, उपकरण हों या शोध, हम समर्थन करेंगे। मेजर जनरल दीप अहलावत ने युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि, 'ऐसा काम करो कि पहचान बन जाए, हर कदम चलो तो निशान बन जाए, जिंदगी हर कोई जी लेता है, ऐसे जियो कि मिसाल बन जाए।' कुलपति ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में आप सब खेल और शिक्षा दोनों में देश का नाम रोशन करेंगे।

सीमाएं खुद तय करो और उसे पार करो : जीओसी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेजर जनरल सुमित राणा ने कहा कि, शारीरिक फिटनेस केवल खेल नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवन की नींव है। कहा कि आज की पीढ़ी खेल तो खेल रही है, परंतु स्क्रीन के माध्यम से, जो केवल मनोरंजन है, खेल नहीं। ऐसे ‘डिजिटल गेम्स’ के दुष्प्रभाव भी हैं। इसलिए बच्चों को चाहिए कि वे जीवनशैली में फिजिकल स्पोर्ट्स और आउटडोर एक्टिविटी को शामिल करें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, पढ़ाई-कार्य और खेल दोनों साथ-साथ चल सकते हैं।
खेल अनुशासन, धैर्य, टीमवर्क और खेलभावना सिखाते हैं। हार कोई स्थायी असफलता नहीं होती, बल्कि आगे और बेहतर करने की प्रेरणा होती है। उन्होंने टीम स्पोर्ट्स की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, खेल टीम बिल्डिंग और नेतृत्व क्षमता विकसित करते हैं, जो आगे चलकर करियर और जीवन में बहुत सहायक होते हैं। उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि हर बच्चे को प्रतिदिन किसी न किसी शारीरिक गतिविधि को दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, आज आप युवा हैं, शायद अभी स्वास्थ्य का महत्व पूरी तरह न समझें, पर जब उम्र बढ़ती है तब इसका मूल्य स्पष्ट दिखाई देता है। स्वस्थ जीवन ही सच्चा आनंद देता है। संबोधन के अंत में जीओसी ने प्रेरणादायक पंक्तियों, 'तुम शाहीन हो, उड़ान तुम्हारा स्वभाव है। आसमान के आगे सितारे और भी हैं, और सितारों के आगे आसमान और भी हैं। सीमाएं खुद तय करो और उन्हें पार करो।'
शौर्य रन में यह विजेता हुए सम्मानित व पुरस्कृत
सैनिक श्रेणी
प्रथम : सिपाही चमनकोर सिंह, 26 सिख रेजिमेंट
द्वितीय : अग्निवीर करन सिंह, 26 सिख
तृतीय : अग्निवीर विक्रम सिंह, 26 सिख
प्रोत्साहन पुरस्कार
- अग्निवीर प्रभज्योत सिंह
- सिपाही पिंटू
- अग्निवीर गौतम
बालक 15–18 वर्ष श्रेणी
प्रथम : नितिन, कुसुम पब्लिक स्कूल
द्वितीय : रोहन पाल, सनातन धर्म सरस्वती शिशु मंदिर
तृतीय : डेवियन, एमपीएस मेन विंग
प्रोत्साहन पुरस्कार
- कृष्णा लोधी, विद्या ग्लोबल स्कूल
- कौशल यादव, एमपीएस मेन विंग
- अभय चौहान, एमपीएस मेन विंग
- वतन पंवार, एमपीएस मेन विंग
- आर्यन तोमर, एमपीएस वेदव्यासपुरी
- वंश कुमार, द एवेन्यू पब्लिक स्कूल
- आयुष धामा, आर्मी पब्लिक स्कूल
- अभय चौधरी, अशोका एकेडमी
- अभिजीत सिंह, आर्मी पब्लिक स्कूल
- पंकज गुप्ता, लेडी अशर्फी स्कूल
- अक्स तोमर, एमपीएस वेदव्यासपुरी
- अभिनव मलिक, एमपीएस मेन विंग
- विश्वजीत चौहान, आर्मी पब्लिक स्कूल
बालिका वर्ग विजेता
प्रथम : वंसी तोमर, एमपीएस वेदव्यासपुरी
द्वितीय : आरवी, एमआईएस वेदव्यासपुरी
तृतीय : लखप्रीत कौर, आर्मी पब्लिक स्कूल
प्रोत्साहन पुरस्कार
- कनक पुरी, एमपीएस वेदव्यासपुरी
- सोनाक्षी तोमर, आर्मी पब्लिक स्कूल
- हर्षिता, आर्मी पब्लिक स्कूल
- मानसी आनंद, एमपीएसजी कैंट
- स्वाति मलिक, आर्मी पब्लिक स्कूल
- जागृति, आर्मी पब्लिक स्कूल
- आरुषि, एमपीएस मेन विंग
- वैष्णवी तोमर, एमपीएस मेन विंग
- विधि तोमर, एनए इंटरनेशनल
- पूर्विका, गर्गी गर्ल्स स्कूल
- कनिष्का यादव, एमपीजीएस शास्त्रीनगर
- गरिमा, एमपीएस वेदव्यासपुरी
- इनाया जहेद, कृष्णा पब्लिक स्कूल

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।