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    Saharanpur Violence: बवालियों की एसडीए ने शुरू की जांच, भेजे जाएंगे नोटिस, अवैध मकानों पर चलेगा बुलडोजर

    By Parveen VashishtaEdited By:
    Updated: Wed, 15 Jun 2022 05:12 PM (IST)

    Saharanpur Violence सहारनपुर विकास प्राधिकरण के वीसी आशीष कुमार ने बताया कि पुलिस की ओर से 95 बवालियों की सूची मिली है। सभी इस समय जेल में बंद हैं। एसडीए की तरफ से उनके घरों में नोटिस भेजे जाएंगे। प्राधिकरण की ओर से नोटिस तैयार किए जा रहे हैं।

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    सहारनपुर पुलिस की हिरासत में आरोपितों का फाइल फोटो

    सहारनपुर, जागरण संवाददाता। बीते शुक्रवार को हुए बवाल के जिन 95 आरोपितों की सूची विकास प्राधिकरण और नगर निगम को भेजी गई थी। उनकी अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। फिलहाल एसडीए सभी आरोपितों को नोटिस जारी करने जा रहा है। जिसमें उनसे पूछा जाएगा कि मकानों का एसडीए में नक्शा जमा है या नहीं। जिनके भी मकान अवैध पाएंगे जाएंगे, उनके खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है। उधर, नगर निगम ने भी मकानों व दुकानों आदि की जांच शुरू कर दी है। नगर निगम की तरफ से भी आरोपितों को नोटिस जारी किए जाएंगे।

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    विकास प्राधिकरण के पास 95 बवालियों की सूची

    विकास प्राधिकरण के वीसी आशीष कुमार ने बताया कि उनके पास पुलिस की तरफ से 95 बवालियों की सूची आई है। उक्‍त सभी बवाली जेल में हैं। एसडीए की तरफ से सभी के घरों में नोटिस भेजे जाएंगे। सभी के नोटिस तैयार किए जा रहे हैं। नोटिस भेजकर पूछा जाएगा कि उनके मकान किस सन् में बने हैं। मकान जिस समय बने उस समय एसडीए से कालोनी अप्रूव्ड थी या नहीं। यदि अप्रूव्ड थी तो मकान का नक्शा जमा कराया गया था या नहीं। यदि किसी का उस समय का मकान है, जिस समय सहारनपुर में एसडीए नहीं होता था तो नगर निगम में मकान का नंबर दर्ज होगा। यह नगर निगम देखेगा। यदि एसडीए आने के बाद मकान बनाया गया है तो नक्शा जमा कराया गया है या नहीं। इन सवालों के जवाब नोटिस मिलने के बाद आरोपित के परिवार को एसडीए में पहुंचकर खुद देने होंगे। इसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    यह है पूरा मामला

    बीते जुमे की नमाज के बाद घंटाघर पर कुछ युवकों ने दुकानों में लूटपाट, वाहनों में तोड़फोड़ की थी। इसके बाद शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस इस मामले में अभी तक 102 लोगों को जेल भेज चुकी है। जिसमें से 95 लोगों की सूची विकास प्राधिकरण और नगर निगम को भेजी गई थी। कहा गया था कि इन सभी की प्रोपर्टी को चेक किया जाए। वैध है या अवैध। यदि वैध है तो एसडीए और नगर निगम संयुक्त रूप से मिलकर कार्रवाई करें।

    मुजम्मिल से हो सकती है जेल में पूछताछ

    बवाल का मुख्य आरोपित मुजम्मिल से गुरुवार को जेल में पूछताछ हो सकती है। हालांकि मुजम्मिल के रिमांड लेने की भी बात चल रही है। बुधवार को भी मुजम्मिल के रिमांड के लिए एप्लीकेशन अदालत में नहीं लगाई गई है। मुकदमे के विवेचक गुरुवार को जेल में जाकर आरोपित से कई सवाल कर सकते हैं।