मेरठ में 30 बच्चों से भरी बस पलटी, आठ साल पहले फिटनेस हो चुका एक्सपायर; एक्सल टूटने से हुआ हादसा
किठौर में पंडित आरएसपी स्कूल की बच्चों से भरी बस पलटने से 11 बच्चे घायल हो गए। बस का एक्सल टूटने से यह हादसा हुआ। जांच में पता चला कि बस का फिटनेस आठ साल पहले एक्सपायर हो चुका था। पुलिस ने चालक, मालिक और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जर्जर बस में बच्चों को ढोने का मामला सामने आया है।
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संवाद सूत्र, किठौर। पंडित आरएसपी स्कूल की 30 बच्चों से भरी मिनी बस एक्सल टूटने से नहर की पटरी पर पलट गई। बच्चों की चींख पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े। बस के अंदर से सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। 11 बच्चों को चोट आई हैं। हादसे के बाद चालक मिनी बस छोड़कर भाग गया।
सभी बच्चों को पुलिस की मदद से उनके परिवार के सिपूर्द किया गया। जांच में सामने आया कि बस का फिटनेस आठ साल पहले एक्सपायर हो चुका है। इंश्योरेंस से लेकर प्रदूषण तक सबकुछ खत्म था। पुलिस ने चालक, मालिक और स्कूल के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कर लिया।
परीक्षितगढ़ के आसिफाबाद स्थित पंडित राजकुमार शर्मा पब्लिक स्कूल का बस चालक शादाब पुत्र इरफान अपने गांव सारंगपुर खादर से लगभग 30 बच्चे मिनी बस में लेकर स्कूल जा रहा था। सुबह 7:30 बजे बस किठौर के सालौर रसूलपनाह नहर पुल के पास पहुंची। तभी अचानक बस का एक्सल टूटकर दायीं तरफ का पहिया निकल गया।
बस सड़क से नीचे जाकर पलटी गई। बस के अंदर बच्चों की चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत से बच्चों को बस से बाहर निकाला। हादसे में चालक की भतीजी मुस्कारा (16) टांग में चोट लग गई। अलीना पुत्री आरिफ, अरकान, माहिरा पुत्री आसमुहम्मद, अब्दुल आहद, मुहम्मद शाद पुत्र साजिद, वसीम, अजमान पुत्र आरिफ, नवेद, अलका पुत्री मोहसिन, सिदरा पुत्री दिलशाद सहित चार से 16 आयुवर्ग के 11 बच्चे भी चोटिल हो गए।
सूचना पर इंस्पेक्टर किठौर प्रताप सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। मुस्कारा को मेरठ अस्पताल और अन्य बच्चों को स्वजन स्थानीय चिकित्सक के यहां ले जा चुके थे। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि बस की फिटनेस 2017 में एक्सपायर हो चुकी है।
इंश्योरेंस और प्रदूषण तक भी नहीं था। पुलिस ने मिनी बस को कब्जे में ले लिया है, जबकि चालक मौके से भाग गया। पुलिस ने चालक शादाव पुत्र इरफान निवासी ग्राम सारंगपुर, बस मालिक इसरार पुत्र इश्तियाक निवासी परीक्षितगढ, स्कूल प्रबंधक राजपाल शर्मा, प्रधानाचार्य सौरभ पुत्र राजपाल शर्मा के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज करा दिया है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
रोजाना स्कूल जर्जर बस में ढोए जा रहे थे स्कूली बच्चे
बस का चालाक शादाब स्कूल में शिक्षक भी है। वह बस में बच्चों को ढोने का काम भी करता है। इसरार की एक्सपायर बस में 30 बच्चों को रोजाना ले जाया जा रहा था। यानि बच्चे रोजाना मौत के मुंह से गुजर कर स्कूल जा रहे थे। आठ साल से बच्चों को ले जाते हुए बस की चेकिंग न पुलिस ने की और न ही आरटीओ विभाग द्वारा की गई। यही कारण था कि एक्सपायर बस में शादाब बच्चों को ले जा रहा था।
हादसे के बाद ही बस का पूरा रिकार्ड निकाला गया। तब सभी चौंक गए। पुलिस का कहना है कि स्कूल बसों की फिटनेस, परमिट, प्रदूषण और बीमा अनिवार्य औपचारिकताएं हर वर्ष अपडेट की जानी चाहिए। लेकिन देहात के कई स्कूल प्रबंधन इन नियमों को ताक पर रखकर बसें चला रहे हैं। बुधवार को जो बस दुर्घनाग्रस्त हुई वह आठ वर्ष पूर्व अपनी आयु पूर्ण कर चुकी थी। वह जर्जर हालात में है। बावजूद इसके स्कूल इस बस का प्रयोग बच्चों को लाने-लेजाने में करा रहा था। स्थानीय लोगों का कहना था कि जर्जर बस में बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे।

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