कृपाओं की माता का तीर्थयात्रा महोत्सव 30 से....तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
सरधना के ऐतिहासिक चर्च में 30 अक्टूबर से कृपाओं की माता का तीर्थयात्रा महोत्सव शुरू होगा। ध्वजारोहण के साथ आरम्भ होने वाले इस महोत्सव के लिए चर्च में तैयारियां चल रही हैं। पुताई का कार्य पूरा हो गया है और टेंट का सामान पहुँच चुका है। महोत्सव में विशेष प्रार्थना सभाएं, मिस्सा बलिदान और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें धर्माध्यक्ष विल्फ्रेड मोस्स मुख्य अनुष्ठाता होंगे।

सरधना स्थित एतिहासिक चर्च। जागरण
जागरण संवाददाता, सरधना : कस्बे में स्थित एतिहासिक चर्च में तीस अक्टूबर से कृपाओं की माता का तीर्थयात्रा महोत्सव ध्वजारोहण के साथ शुरू हो जाएगा। जिसके चलते चर्च में तैयारियां शुरू हो गई है। शनिवार को पुताई का अधिकांश कार्य पूरा होने के बाद चर्च परिसर में टेंट का भी सामान पहुंच गया।
चर्च के फादर मार्टिन रावत ने बताया कि चर्च परिसर में आने वाली तीस अक्टूबर को शाम चार बजे ध्वजारोहण के साथ कृपाओं की माता का तीर्थयात्रा महोत्सव शुरू हो जाएगा। इसके बाद आठ नवंबर तक चर्च के गिरजाघर में माला विनती एवं मिस्सा बलिदान सहित विशेष प्रार्थना होगी। आठ नवंबर यानि शनिवार सुबह छह बजे, दस बजे एंव शाम को चार बजे पवित्र मिस्सा बलिदान होगा। इसके बाद छह बजे पंजाबी में पवित्र मिस्सा बलिदान और आठ बजे प्रार्थना सभा होगी।
फादर ने बताया कि अगले दिन रविवार को सुबह छह बजे एंव आठ बजे पवित्र मिस्सा बलिदान और दस बजे धर्माध्यक्षीय समारोही मिस्सा बलिदान होगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे बीमारों एंव धार्मिक वस्तुओं की आशीष को प्रार्थना होगी। इसके मुख्य अनुष्ठाता झांसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष विल्फ्रेड मोस्स रहेंगें। फिलहाल चर्च में पुताई का कार्य हो गया है। अब टेंट का सामान आना शुरू हो चुका है।

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