कॉन्स्टिट्यूशन क्लब का चुनाव लड़ने के बाद संजीव बालियान एक बार फिर चर्चा में, 53 साल की उम्र में करने जा रहे हैं ये काम
पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर के श्रीराम कॉलेज ऑफ लॉ में एलएलबी में दाखिला लिया है। 2014 और 2019 में मुजफ्फरनगर से सांसद रहे डॉ. बालियान 2024 में चुनाव हार गए थे। दो माह पूर्व उन्होंने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनाव में भी भाग लिया था। उनका कहना है कि एलएलबी करने के बाद भविष्य में जरूरत पड़ी तो वकालत भी कर सकते हैं।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान कानून की पढ़ाई पढ़ेंगे। इसके लिए उन्होंने श्रीराम कालेज आफ ला में एलएलबी प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया है। मूल रूप से गांव कुटबी के रहने वाले डा. संजीव बालियान ने इंटरमीडिएट चौधरी छोटूराम इंटर कालेज सर्कुलर रोड से की है। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वह हरियाणा चले गए थे।
कृषि विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी धारक डा. बालियान अब कानून की पढ़ाई करेंगे। श्रीराम कालेज आफ ला में प्रथम वर्ष में उन्होंने प्रवेश लिया है। बता दें कि डा. बालियान वर्ष 2014 और 2019 में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से भाजपा से सांसद रहे हैं।
वर्ष 2014 और 2019 में रहे मुजफ्फरनगर से सांसद
वर्ष 2014 में उन्होंने पूर्व सांसद कादिर राना और वर्ष 2019 में पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह को शिकस्त दी थी। हालांकि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में वह सपा सांसद हरेंद्र मलिक से हार गए थे। उधर, डा. संजीव बालियान ने बताया कि सांप्रदायिक दंगों के मामले में कोर्ट कचहरी में आना जाना रहा। किसी बीच मन में कानून की पढ़ाई करने का विचार आया। इसी के चलते एलएलबी में दाखिला लिया है। राजनीति के साथ मन लगाकर एलएलबी करेंगे। भविष्य में जरूरत पड़ी तो वकालत भी कर सकते हैं।
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनाव को लेकर रहे थे चर्चा में
दो माह पूर्व कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के सचिव पद लिए चुनाव हुए थे। इसमें डा. बालियान का अपनी की पार्टी भाजपा के नेता राजीव प्रताप रूडी से मुकाबला हुआ था। इसमें रूडी ने एक बार फिर जीत हासिल की थी, लेकिन डा. संजीव बालियान की इस मुकाबले में उतरने को लेकर खूब चर्चा हुई थी।
डा. बालियान ने कहा था कि "कॉन्स्टिट्यूशन क्लब चुनाव में प्राप्त जनादेश को मैं धैर्य एवं आत्ममंथन के भाव से स्वीकार करता हूं। संघर्ष की यह परिपाटी यथावत रहेगी, क्योंकि लोकतंत्र में निरंतरता ही असली विजय है।" उन्होंने सभी सदस्यों का हार्दिक आभार जताते हुए विजयी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी को बधाई दी थी।
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