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    पिता आरवीसी के घुड़सवार, दो बच्चों ने भी घुड़सवारी में दिखाया दमखम... इस प्रतियोगिता में दिखाएंगे प्रतिभा

    By AMIT KUMAR TIWARIEdited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Tue, 04 Nov 2025 02:30 PM (IST)

    आरवीसी के घुड़सवार पिता के दो बच्चों ने भी घुड़सवारी में कुशलता दिखाई है। अब वे एक प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। यह प्रतियोगिता उन्हें अपनी क्षमता साबित करने का मौका देगी, जिससे वे घुड़सवारी के क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकें।

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    सूबेदार विश्वनाथ के बेटे पी. यश व बेटी पी. ऋद्धि। जागरण

    जागरण संवाददाता, मेरठ। मेरठ छावनी स्थित रिमाउंट एंड वेटरनरी कोर (आरवीसी) सेंटर एंड कालेज में पिछले 22 वर्षों से सेवाएं दे रहे सूबेदार विश्वनाथ के परिवार से एक नहीं, बल्कि दो नन्हे घुड़सवारों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

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    सूबेदार विश्वनाथ के बेटे पी. यश और बेटी पी. ऋद्धि दोनों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जूनियर नेशनल इक्वेस्ट्रियन चैंपियनशिप (चिल्ड्रन ग्रुप-II) के लिए क्वालिफाई कर लिया है। अब दोनों भाई-बहन 16 से 24 दिसंबर तक बेंगलुरु में होने वाले फाइनल मुकाबले में आरवीसी सेंटर एंड कालेज टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे।

    मेरठ और जयपुर में किया शानदार प्रदर्शन
    पहला क्वालिफाइंग राउंड 29 अक्टूबर को आरवीसी सेंटर एंड कालेज में हुआ। इस प्रतियोगिता में पी. यश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो इवेंट्स में क्वालीफाई कर लिया। उन्होंने जंपिंग और ड्रेसाज दोनों में क्वालिफाई किया। यश ने ड्रेसाज इवेंट में घोड़े अर्मान पर अपनी बेहतरीन सवारी का प्रदर्शन किया, जबकि जंपिंग में उन्होंने वज्र नामक घोड़े पर क्वालिफाई कर सबका ध्यान आकर्षित किया।

    दूसरा क्वालिफाइंग राउंड दो नवंबर कैप्टन भागीरथ के मार्गदर्शन में दो नवंबर को आयोजित सागर इक्वेस्ट्रियन स्पोर्ट्स एकेडमी जयपुर में आयोजित प्रतियोगिता में किया। इस राउंड में भी पी. यश ने अपना दबदबा बनाए रखते हुए ड्रेसाज और जंपिंग, दोनों में क्वालिफाई किया।
    वहीं उनकी छोटी बहन नई वर्षीय पी. ऋद्धि ने जंपिंग इवेंट में शानदार प्रदर्शन कर क्वालिफाई किया। ऋद्धि ने भी अपने भाई की तरह वज्र घोड़े पर सवारी करते हुए सभी का दिल जीत लिया। वह आर्मी पब्लिक स्कूल, मेरठ में कक्षा चार की छात्रा हैं। वहीं यश भी उसी स्कूल में कक्षा सात में पढ़ते हैं।

    शिक्षा के साथ खेल में उत्कृष्टता की है ललक
    मूल रूप से महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के उमरी क्षेत्र में नागठाणा गांव के रहने वाले सूबेदार विश्वनाथ के दोनों बच्चे रोजाना स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ आरवीसी सेंटर में घुड़सवारी का कठिन अभ्यास भी करते हैं। उनके प्रशिक्षकों ने बताया कि दोनों बच्चे बचपन से ही घोड़ों से बेहद लगाव रखते हैं और अनुशासन और समर्पण के साथ रोज अभ्यास करते हैं।

    अब बेंगलुरु में दिखाएंगे दमखम
    अब इन दोनों नन्हे घुड़सवारों की नजर जूनियर नेशनल इक्वेस्ट्रियन चैंपियनशिप 2025 के फाइनल पर है। यह प्रतियोगिता 16 दिसंबर से 24 दिसंबर तक बेंगलुरु में आयोजित होने जा रही है। यह प्रतियोगिता देशभर के श्रेष्ठ युवा राइडर्स के बीच कड़ी टक्कर का मंच बनेगी।

    परिवार और टीम को गर्व हैं इनपर गर्व
    सूबेदार विश्वनाथ के अनुसार दोनों बच्चे बचपन से ही घुड़सवारी से जुड़ाव महसूस करते हैं। उनका यह प्रदर्शन हमारे लिए गर्व का विषय है। मुझे विश्वास है कि वे बेंगलुरु में भी शानदार प्रदर्शन करेंगे और आरवीसी मेरठ का नाम रोशन करेंगे।आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज की टीम ने भी दोनों बच्चों की उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि उनकी मेहनत और लगन ने पूरे संस्थान का मान बढ़ाया है।