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    सहारनपुर: फिजा बिगाड़ने का था पुख्ता इंतजाम, पुलिस प्रशासन की सूझबूझ से मंसूबे नाकाम

    By Taruna TayalEdited By:
    Updated: Fri, 10 Jun 2022 07:00 PM (IST)

    कुछ शरारती तत्व माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। पुलिस इस इनपुट पर पूरी तरह से अलर्ट थी। गुरुवार को ही कई स्थानों पर बैठकों का पुलिस को मिला था ...और पढ़ें

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    सहारानपुर में पुलिस प्रशासन की सूझबूझ से टला हंगामा।

    सहारनपुर, जागरण संवाददाता। जुमे की नमाज से पहले ही पुलिस को इनपुट मिल गया था कि कुछ शरारती तत्व माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। पुलिस इस इनपुट पर पूरी तरह से अलर्ट थी। यही अलर्ट जुमे की नमाज के बाद काम आया। पुलिस की समझदारी और रणनीति के कारण ही सहारनपुर में शुक्रवार को बड़ा बवाल होने से बच गया।

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    दरअसल, पिछले कई दिनों से एसएसपी आकाश तोमर ने एलआइयू को सूचनाएं एकत्रित करने के लिए लगाया हुआ था। गुरुवार को ही पुलिस के पास इनपुट आ गया था कि शहर के कुछ मोहल्लों में नुपुर शर्मा प्रकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन की तैयारी चल रही है। बैठकों में प्लान बनाया जा रहा है कि जुमे की नमाज के बाद घंटाघर पर पहुंचकर प्रदर्शन व नारेबाजी की जाए। यदि पुलिस अलर्ट पर नहीं होती और गुरुवार रात से ही तैयारी शुरू नहीं की जाती तो शहर में बड़ा बवाल हो सकता था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं होने दिया।

    पहले भीड़ को लाउडस्पीकर से चेतावनी देकर हंगामा करने से रोका गया, लेकिन जब नहीं माने तो पुलिस ने समझदारी का परिचय देते हुए बल प्रयोग नहीं किया और प्रदर्शन करने दिया। जब आधा घंटा हो गया तो पुलिस के कहने पर भीड़ वापस जाने लगी। वापस जाते समय कुछ उत्पातियों ने पथराव, तोड़फोड़ करना शुरू किया तो पुलिस ने यहां पर लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर बितर किया। यहां से कुछ शरारती तत्वों को हिरासत में भी लिया गया। काम नहीं आई जिम्मेदारों की जिम्मेदारीजुमे की नमाज को लेकर थानों और तहसीलों में पिछले एक सप्ताह से दोनों धर्मों के लोगों की जिला प्रशासन और पुलिस बैठकें करा रहा था। बैठकों में आने वाले जिम्मेदार लोग जिम्मेदारी ले रहे थे कि वह कुछ नहीं होने देंगे, लेकिन जिम्मेदारों की जिम्मेदारी काम नहीं आई। जिस कारण इतनी भीड़ घंटाघर तक पहुंच गई।

    घंटाघर पर यदि एक भी पत्थर फेंका जाता तो होता बवाल

    जिस समय घंटाघर पर भीड़ पर पहुंची तो कुछ युवकों ने अपने मुंह पर रुमाल बांधे हुए थे और उनके हाथों में पत्थर थे। सिविल वर्दी में तैनात पुलिसकर्मियों ने इन युवकों को चिन्हित कर लिया और उनके हाथों से पत्थर ले लिए। यदि घंटाघर पर पथराव हो जाता तो शहर में फिजा बिगड़ सकती थी। दरअसल दूसरी तरफ से हिंदू युवा वाहिनी के युवा भी आ गए थे। हालांकि हिंदू युवा वाहिनी के युवाओं को एसपी सिटी ने अलग कर दिया था।